लाइव टीवी

जब इन छोटे देशों ने युद्ध में चटा दी बड़े देशों को धूल,अमेरिका-रूस-अरब देशों ने टेके घुटने

Updated Sep 14, 2022 | 17:50 IST

Russia-Ukraine War: जब 24 फरवरी 2022 को रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो सबने यही सोचा था कि रूस जैसी महाशक्ति के आगे यूक्रेन जैसा छोटा देश 3-4 दिनों में घुटने टेक देगा। लेकिन छह महीने बीत जाने के बाद, अब इस बात की चर्चा होने लगी है कि क्या यूक्रेन रूस को हरा देगा।

Loading ...
क्या यूक्रेन के आगे रूस घुटने टेक देगा
मुख्य बातें
  • इजरायल ने 6 दिन में अरब देशों को हरा दिया था।
  • गुरिल्ला युद्ध से फिनलैंड ने सोवियत संघ को पस्त कर दिया था।
  • यूक्रेन ने दावा किया है उसनेे रूस से 6000 वर्ग किलोमीटर की जमीन वापस ले ली है।


Russia-Ukraine War: यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने दावा किया है कि यूक्रेन ने रूस से 6000 वर्ग किलोमीटर की जमीन वापस ले ली है। यह एक ऐसा दावा है जिसकी कल्पना आज से छह महीने पहले दुनिया में किसी ने नहीं की थी। जब 24 फरवरी 2022 को रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो सबने यही सोचा था कि रूस जैसी महाशक्ति के आगे यूक्रेन जैसा छोटा देश 3-4 दिनों में घुटने टेक देगा। और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन क्रीमिया की तरह यूक्रेन पर भी कब्जा कर लेंगे। लेकिन छह महीने बीत जाने के बाद, अब इस बात की चर्चा होने लगी है कि क्या यूक्रेन रूस को हरा देगा। हालांकि अभी यह मानना जल्दबाजी होगा। लेकिन दुनिया में ऐसी कई युद्ध हुए हैं, जहां पर छोटे से देश ने एक बड़े देश को पटखनी दे दी है। हम आपको ऐसे ही देशों के बारे में आज बता रहे हैं..

1.इजरायल  ने अरब देशों को 6 दिन में हराया 

बात 1967 की है, जब इजरायल पर मिस्र, जॉर्डन,सीरिया,  हमले की तैयारी कर रहे थे। इसके लिए इन देशों ने जार्डन में आर्मी बेस बनाया था। अरब देश 1948 में नए देश के रूप में इजरायल को मान्यता देने से नाराज थे। इस युद्ध को 'जून वॉर' के नाम से भी जाना जाता है। इजरायल ने इन देशों की प्लानिंग को धता बताते हुए जमीन पर ही इनके 400 लड़ाकू विमानों को तबाह कर दिया था। युद्ध छह दिनों तक चला था। लेकिन इजरायल की सैन्य क्षमता की वजह से अरब देशों को भारी नुकसान हुआ। और उसकी जीत हुई। और मध्य एशिया का नक्शा बदल गया। इजरायल ने जॉर्डन के पूर्वी जेरूशलम, मिस्र से गाजापट्टी और सिनाई रेगिस्तान, सीरिया के गोलन हाइट्स को कब्जे में ले लिया।

2.वियतनाम ने अमेरिका को हराया

अमेरिका वियतनाम युद्ध शीत युद्ध का परिणाम था। और यह करीब 20 साल साल 1955 से 1975 तक लड़ा गया। यह युद्ध उत्तरी वियतनाम और दक्षिण वियतनाम  के बीच लड़ा गया था। जिसमें एक तरफ सोवियत संघ, चीन और दूसरे साम्यवादी देशों से समर्थन प्राप्त उत्तरी वियतनाम की सेना थी, तो दूसरी तरफ अमेरिका और मित्र देशों के समर्थन से दक्षिणी वियतनाम की सेना लड़ रही थी। 20 साल से चल रहे युद्ध में अमेरिकी सरकार को सेना, अपने नागरिकों और अंतरराष्ट्रीय दबाव का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद वह युद्ध से पीछे हट गया था। इस युद्ध में वियतनाम के करीब 20 लाख लोगों को मारे गए थे । जबकि अमेरिका के करीब 58,000 सैनिक मारे गए।

यूक्रेन से हार जाएगा रूस ! HIMARS रॉकेट सिस्टम और इस रणनीति ने पलटी बाजी

3.फिनलैंड ने सोवियत संघ को झुकाया

साल 1939 में फिनलैंड और सोवियत संघ के बीच हुए युद्ध को विंटर वॉर के नाम से जाना जाता है। इस युद्ध में फिनलैंड के की गुरिल्ला सेना ने सोवियत संघ  की सेना के नाक में दम कर दिया था। फिनलैंड ने इस युद्ध में 1 लाख 80 हजार की गुरिल्ला आर्मी से सोवियत संघ को पस्त कर दिया।।सोवियत सेना को गुरिल्ला युद्ध का अनुभव नहीं था। इस तरह फिनलैंड ने तीन महीने तक सोवियत संघ की सेना से टक्कर ली। इसके बाद सोवियत संघ और फिनलैंड के बीच समझौता हुआ और युद्ध खत्म हुआ।