- रिपोर्टों में दावा है कि गोताबाया राजपक्षे देश छोड़कर फरार हो चुके हैं
- स्पीकर कार्यालय का कहना है कि राष्ट्रपति देश छोड़कर नहीं गए हैं
- महंगाई से परेशान जनता ने शनिवार को राष्ट्रपति आवास पर धावा बोल दिया
Srilanka Crisis : श्रीलंका के राष्ट्रपति गोताबाया राजपक्षे इस समय कहां हैं, इस बारे में निश्चित रूप से कुछ नहीं कहा जा सकता। कई लोगों का दावा है कि वह देश छोड़कर भाग चुके हैं जबकि देश के स्पीकर महिंदा यापा अबेवर्देना का कहना है कि राष्ट्रपति देश में ही मौजूद हैं। इन दावों के बीच राष्ट्रपति के आवास में एक सुरंग मिली है। यह सुरंग आगे जाकर एक तहखाने से मिलती है। तहखाने में क्या है इसके बारे में किसी को कुछ भी नहीं पता। सुरंग का रास्ता राष्ट्रपति आवास के पिछले हिस्से में जाकर समाप्त होता है। श्रीलंका नौसेना का नेवल बेस इस इस पिछले हिस्से से जुड़ा हुआ है।
स्पीकर कार्यालय का दावा-राजपक्षे देश से फरार नहीं हुए
बताया जा रहा है कि राजपक्षे अपने परिवार के साथ इस सुरंग से होते हुए नौसेना के बेस पहुंचे जहां दो जहाज पहले से उनका इंतजार कर रहे थे। इनमें सवार होकर राजपक्षे परिवार फरार हो गया। हालांकि, श्रीलंका के स्पीकर कार्यालय का दावा है कि राजपक्षे देश से फरार नहीं हुए हैं, वह देश में ही मौजूद हैं और स्पीकर के साथ लगातार संपर्क में हैं। स्पीकर कार्यालय के मुताबिक सुरक्षा कारणों की वजह से राष्ट्रपति कहां पर हैं, इसकी जानकारी नहीं दी जा रही है।
लोगों ने राष्ट्रपति आवास पर बोला धावा
बता दें कि ऐतिहासिक आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका अपने सबसे पुराने दौर से गुजर रहा है। महंगाई एवं सरकार की नीतियों के खिलाफ शनिवार को लोग सड़कों पर आ गए। उन्होंने राष्ट्रपति आवास पर धावा बोल दिया और पीएम रानिल विक्रमसिंघे के निजी आवास में आग लगा दी। श्रीलंका की विपक्षी पार्टियां सर्वदलीय सरकार बनाने के लिए तैयार हुई हैं।
Sri Lanka: श्रीलंका में 20 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव, बुधवार को इस्तीफा देंगे गोटबाया राजपक्षे
नए राष्ट्रपति का चुनाव 20 जुलाई को होगा
श्रीलंका में जारी राजनीतिक और आर्थिक संकट के बीच श्रीलंका के शहरी विकास और आवास मंत्री प्रसन्ना रणतुंगा ने सोमवार को घोषणा की कि श्रीलंका के नए राष्ट्रपति का चुनाव 20 जुलाई को होगा। रणतुंगा ने कहा कि अगर राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे 13 जुलाई को इस्तीफा दे देते हैं तो पार्टी के नेताओं ने 20 जुलाई को एक नए अध्यक्ष का चुनाव करने का फैसला किया है। सोमवार को प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के कार्यालय ने कहा कि नई सर्वदलीय अंतरिम सरकार बनते ही समूचा मंत्रिमंडल इस्तीफा दे देगा और उन्हें अपनी जिम्मेदारी सौंप देगा।