- इमरान ने कहा कि देश में यौन उत्पीड़न के मामलों में वृद्धि महिलाओं के कपड़े से जुड़ी हुई हैं
- कहा था कि अगर एक महिला बहुत कम कपड़े पहनती है, तो इसका पुरुषों पर प्रभाव पड़ेगा
- मशहूर लेखिका तस्लीमा नसरीन ने इमरान की शर्टलेस तस्वीर शेयर करते हुए तंज कसा है
नई दिल्ली: भारत के पड़ोसी मुल्क के पीएम इमरान खान से अपने देश के हालात तो संभल नहीं रहे इसके उलट वो महिलाओं पर यौन हिंसा और उनके कपड़ों को लेकर ज्ञान बांट रहे हैं, हाल ही में इमरान खान ने यौन हिंसा के लिए महिलाओं को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, "अगर कोई महिला कम कपड़े पहनती है, तो इसका असर पुरुषों पर पड़ेगा, अगर वह रोबोट नहीं है, यह कॉमन सेंस है।" इस मामले पर मशहूर लेखिका तस्लीमा नसरीन ने इमरान की शर्टलेस तस्वीर शेयर करते हुए तंज कसा है और उनकी बात को पलटते हुए लिखा है कि पुरुषों के भी कम कपड़ों का महिलाओं पर असर होता है।
गौर हो कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की यौन हिंसा के लिए महिलाओं को जिम्मेदार ठहराने वाले बयान को लेकर कड़ी आलोचना हो रही है और लोगों को कहना है कि इमरान खान को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था।
वहीं मंगलवार को तस्लीमा ने एक इमरान खान की शर्टलेस तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा, 'अगर एक आदमी बहुत कम कपड़े पहनता है तो यह महिलाओं पर जरूर असर डालेगा, अगर वह रोबोट न हो तो।' तस्लीमा का यह ट्वीट इमरान खान के उस बयान का जवाब माना जा रहा है।
वहीं जेमिमा गोल्डस्मिथ (पूर्व में खान) ने बलात्कार पर प्रधानमंत्री इमरान खान के ताजा बयानों पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। लेकिन इस बार, वह एक सरल लेकिन सार्थक आह के साथ खुद को अभिव्यक्त करना चुन रही है।
गौर हो कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को एक बार फिर घनघोर आलोचना का शिकार होना पड़ा था दरअसल, उन्होंने दोहराया था कि देश में यौन उत्पीड़न के मामलों में वृद्धि महिलाओं के कपड़े से जुड़ी हुई हैं। एक इंटरव्यू में इमरान खान ने कहा कि अगर एक महिला बहुत कम कपड़े पहनती है, तो इसका पुरुषों पर प्रभाव पड़ेगा, जब तक कि वे रोबोट न हों। यह सामान्य ज्ञान है।'
यह पहली बार नहीं है जब इमरान खान ने ऐसा कुछ कहा है
इमरान खान की टिप्पणी से सोशल मीडिया पर आक्रोश फैल गया था। विपक्षी नेताओं और पत्रकारों ने उनकी आलोचना की। यह पहली बार नहीं है जब इमरान ने ऐसा कुछ कहा है। उन्होंने लाइव टीवी पर कहा था, 'पर्दा की यह पूरी अवधारणा प्रलोभन से बचने के लिए है। हर किसी के पास इससे बचने की इच्छाशक्ति नहीं है।'
वहीं कुछ महीनों पहले उन्होंने लोगों से टेलीफोन पर बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा, 'इतिहास हमें बताता है कि समाज में जब अश्लीलता बढ़ती है तो सेक्स अपराध बढ़ते हैं और पारिवारिक ढांचा टूटता है।'