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Pulitzer जीतने वालों पर भड़के ट्रंप, बोले- वे पत्रकार नहीं, चोर हैं, सभी को लौटा देना चाहिए पुरस्कार

Updated May 08, 2020 | 15:39 IST

Trump on Pulitzer Prize: अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप (Donald Trump) ने पुलित्जर पुरस्‍कार पाने वाले पत्रकारों को 'चोर' करार द‍िया है।

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ट्रंप बोले- Pulitzer जीतने वाले पत्रकार नहीं चोर हैं
मुख्य बातें
  • ट्रंप ने अखबारों से रूसी हस्तक्षेप पर खबर के लिए मिला पुलित्जर पुरस्कार लौटाने को कहा
  • पुलित्जर पुरस्कार लौटाने के लिए उन्हें मजबूर किया जाना चाहिए- ट्रंप
  • ट्रंप बोले- पुलित्जर समिति या जो कोई भी ये पुरस्कार देता है, उनके लिए शर्म की बात है

वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बृहस्पतिवार को कहा कि रूसी जांच की कवरेज के लिए पुलित्जर पुरस्कार जीतने वाले समाचार-पत्रों को पत्रकारिता के सर्वोच्च सम्मान को लौटा देना चाहिए। ट्रंप ने व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में संवाददाताओं से कहा, 'वे पत्रकार नहीं हैं। वे चोर हैं। वे सभी पत्रकार जिन्हें हम पुलित्जर पुरस्कार के साथ देखते हैं उन्हें पुरस्कार लौटाने के लिए मजबूर किया जाना चाहिए क्योंकि वे सभी गलत थे। आपने आज देखा, और दस्तावेज सामने आ रहे हैं जो कह रहे हैं कि रूस के साथ किसी तरह की मिलीभगत नहीं थी।' 

उन्होंने यह बात तब कही जब न्याय मंत्रालय ने कहा कि वह उनके पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जनरल (सेवानिवृत्त) माइकल फिन के अभियोजन को समाप्त कर रहा है।
ट्रंप ने कहा, 'पुलित्जर पुरस्कार लौटाए जाने चाहिए क्योंकि आपको पता है वे गलत काम के लिए दिए गए। सब फर्जी खबरें थी। उन पुलित्जर पुरस्कारों को तत्काल लौटाया जाना चाहिए और पुलित्जर समिति या जो कोई भी ये पुरस्कार देता है, उनके लिए शर्म की बात है । उन्हें पुलित्जर पुरस्कार उन खबरों के लिए मिले हैं जो गलत साबित हुई।'

उन्होंने कहा, 'पुलित्जर पुरस्कार उन लोगों को मिलना चाहिए जिन्होंने सही खबर दी थी और मैं आपको उन नामों की भी लंबी सूची दे सकता हूं, और आपको पता होगा कि मैं किसकी बात कर रहा हूं।' ट्रंप ने कहा कि फ्लिन बेकसूर व्यक्ति थे।

उन्होंने कहा, 'वह एक भद्र पुरुष थे, उन्हें ओबामा प्रशासन ने निशाना बनाया और उन्हें निशाना इसलिए बनाया गया ताकि राष्ट्रपति को नीचे गिराने की कोशिश कर सकें और उन्होंने जो किया वह शर्म की बात है और मुझे लगता है कि इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी। हमारे देश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ।' उन्होंने आरोप लगाया कि पत्रकार निर्वाचित राष्ट्रपति के पीछे पड़े रहे।