- अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद वहां मानवीय संकट पैदा हो गया है
- यूएन ने चेतावनी देते हुए कहा है कि आने वाले दिनों में खाद्यान्न संकट पैदा हो सकता है
- बीते कुछ दिनों में खाने-पीने की चीजों के दाम में बेतहाशा वृद्धि हुई है, महंगाई से लोग त्रस्त
नई दिल्ली : अफगानिस्तान में सरकार और प्रशासन के अभाव में हालात तेजी के साथ बिगड़ रहे हैं। देश में स्वास्थ्य सुविधाएं सहित जरूरी वस्तुओं की किल्लत होने लगी है। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र ने आगाह करते हुए कहा है कि हालात नहीं सुधरे तो देश में एक महीने के भीतर खाद्यान्न संकट पैदा हो सकता है। ऐसा होने पर भुखमरी के हालात बनेंगे। संयुक्त राष्ट्र की यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है जब तालिबान सरकार बनाने की दिशा में काम कर रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि खाद्यान संकट की वजह से तीन अफगान नागरिकों में से एक को भूखा रहना पड़ा सकता है।
बच्चों को भोजन के लिए करना पड़ रहा है संघर्ष
अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के मानवीय समन्वयक रामिज अलाकबारोव ने बुधवार को कहा, 'मानवीय नजरिए से अगर देखा जाए तो अफगानिस्तान के हालात बेहद तनावपूर्ण हैं।' अधिकारी ने कहा कि अभी हालात ऐसे बन गए हैं कि देश में बच्चों की आधी आबादी को अपने अगले भोजन की व्यवस्था करने में संघर्ष करना पड़ रहा है।
खाने-पीने की चीजें महंगी हुईं
अलजजीरा का कहना है कि उसे पता चला है कि हाल के दिनों में अफगानिस्तान में खाने-पीने की चीजों के दाम 50 प्रतिशत ज्यादा बढ़ गए हैं जबकि पेट्रोल की कीमत 75 फीसद ज्यादा हो गई है। काबुल एयरपोर्ट के हालात बिगड़ने और वहां से उड़ानें बंद होने के बाद देश में अंतरराष्ट्रीय मदद पहुंचना बंद हो गया है। अफगानिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मदद बहुत कुछ तालिबान सरकार को मान्यता मिलने पर निर्भर करेगी।
कंधार में तालिबान का अपनी ताकत का प्रदर्शन
देश में जारी संकट के बीच तालिबान ने बुधवार को कंधार में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। अफगानिस्तान पर कब्जे के दौरान मिले हथियारों और आर्मर्ड वाहनों की उसने नुमाइश की। समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक कम से कम एक ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर कंधार के ऊपर से उड़ता देखा। समझा जाता है कि इस हेलिकॉप्टर को अफगान सेना का कोई पूर्व सैनिक उड़ा रहा था क्योंकि तालिबान के पास इस तरह के जंगी लड़ाकू हेलिकॉप्टर को उड़ाने के लिए पायलट नहीं हैं।
काबुल एयरपोर्ट ठीक करने पहुंची कतर की टीम
काबुल एयरपोर्ट दोबारा चालू करने की बात तालिबान ने कही है। उसने कहा है कि दो सप्ताह के बाद कॉमर्शियल विमानों का परिचालन वहां से शुरू हो जाएगा। एयरपोर्ट को दोबारा चालू कराने के लिए वह कतर की मदद ले रहा है। कतर एयरवेज का एक विमान विशेषज्ञों की एक टीम लेकर वहां पहुंचा है। अफगानिस्तान में अभी भी कई देशों के नागरिक फंसे हुए हैं। अमेरिका सहित अन्य देश अपने नागरिकों को यहां से निकालने के लिए अभियान जारी रखने वाले हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि काबुल की प्रशासन व्यवस्था यदि ठीक नहीं हुई तो देश में गृह युद्ध छिड़ने की आशंका है।