- मंकीपॉक्स पर अमेरिका में हेल्थ इमरजेंसी
- कोरोना से बाइडेन प्रशासन ने लिया सबक
- भारत में अब तक 9 केस, 1 मरीज की मौत
Monkeypox : दुनिया में तेजी से पैर पसारते मंकीपॉक्स से निपटने के लिए अमेरिका ने सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है। USमें 7 हजार के करीब मंकीपॉक्स के मामले मिल चुके हैं... ऐसे में बाइडन प्रशासन ने इस बीमारी से निजात पाने के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। भारत में भी मंकीपॉक्स के मामले सामने आ रहे हैं लेकिन अमेरिका में मंकीपॉक्स के चलते पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित करने से क्या असर होगा पहले उस पर नजर डालते हैं।
मेरिका में हेल्थ इमरजेंसी से क्या?
- अस्पताल, बेड, स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या बढ़ेगी
- स्वास्थ्य सुविधाओं पर खर्च बढ़ाया जाएगा
- वैक्सीन का उत्पादन और वितरण बढ़ाना
- मंकीपॉक्स टेस्टिंग को और बेहतर बनाना
- मरीजों के इलाज की पहुंच का विस्तार करना
- इमरजेंसी फंड का इस्तेमाल हो सकेगा
अमेरिका ही नहीं भारत में भी खतरा
कोरोना से हुई तबाही से परेशान अमेरिका ने मंकीपॉक्स से संभावित खतरे की आहट को पहचान लिया है। तभी तो बाइडन प्रशासन ने इस बीमारी को हल्के में ना लेने की ठानी और वक्त रहते इसे काबू करने की कोशिशें तेज की हैं। भारत में भी इसके लिए सही समय पर जरूरी कदम उठाने में तेजी लानी होगी। मोदी सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को गाइडलाइन जारी की हैं। साथ ही एक टास्कफोर्स का गठन भी किया है।
मंकीपॉक्स पर केंद्र की गाइडलाइंस
- संक्रमितों से दूर रहें
- मास्क और ग्लव्स पहनें
- साबुन से हाथ धोते रहें
- संक्रमित से संबंध ना बनाएं
- खाना, कपड़े शेयर ना करें
भारत में धीरे-धीरे बढ़ते केस
अमेरिका, यूरोप में ही नहीं मंकीपॉक्स भारत में भी डराने लगा है। क्योंकि भारत में 4 अगस्त तक इस बीमारी के 9 केस सामने आ चुके हैं। इसमें मंकीपॉक्स के अकेले 4 मामले तो राजधानी दिल्ली में ही मिले हैं। एक मरीज की इस बीमारी की वजह से जान भी गई है। यानि मंकीपॉक्स के खिलाफ सावधान रखने की जरुरत है।