- इस्लामाबाद में बन रहे हिंदू मंदिर की नीव तोड़ी गई, सोश मीडिया में वायरल हुआ वीडियो
- इमरान सरकार ने कुछ दिन पहले किया था मंदिर बनाने का ऐलान, बाद में कट्टरपंथियों के आगे झुके पीएम
- वायरल हो रहे वीडियो में शख्स नीवं की एक-एक ईंट को उखाड़ फेंक रहा है
इस्लामाबाद: पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में बनने वाले पहले कृष्ण मंदिर का निर्माण कार्य तो पहले ही रोक दिया गया था लेकिन अब इसकी जो नीवं रखी गई थी उसे भी कट्टरपंथियों ने उखाड़ फेंका है। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया में भी तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें लोग मंदिर की नीवं की एक-एक ईंट को उखाड़ रहे हैं। इससे पहले इमरान खान ने मुस्लिम कट्टरपंथियों के आगे घुटने टेकते हुए मंदिर के निर्माण कार्य को रोक दिया था। इस मंदिर का निर्माण कार्य पाकिस्तान के कैपिटल डिवेलपमेंट अथॉरिटी कर रही थी।
वायरल हुआ वीडियो
मंदिर पर हमला किए जाने का वीडियो ट्विटर पर वायरल हो गया और देशभर के लोगों द्वारा इसकी काफी आलोचना की जा रही है। वीडियो के सामने आने के बाद ट्विटर पर हैशटैग #MandirTauBanga टॉप ट्रेंड्स में से एक बन गया है। इससे पहले प्रधानमंत्री इमरान खान ने इसके निर्माण को मंजूरी दी थी और इसके लिए धन आवंटित किया था लेकिन कट्टरपंथियों के जोरदार विरोध की वजह से उन्होंने घुटने टेकते हुए इसका फैसला धार्मिक मामलों पर सलाह देने वाली सरकार द्वारा अनुमोदित निकाय पर छोड़ दिया जो इस्लामिक विचारधारा की परिषद है।
मंदिर बनाने का जबरदस्त विरोध
बता दें कि पाकिस्तान में इस मंदिर के बनने के बाद से ही बवाल हो गया था और लोगों ने वहां इसका जबरदस्त विरोध करेत हुए सरकार के फैसले को इस्लाम विरोधी करार दे दिया। इमरान सरकार ने इस मंदरि की कुछ दिन पहले आधारशिला रखी थी और इसके लिए 10 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया था। मुस्लिम संगठनों ने ने इमरान सरकार के फैसले का यह कहते हुए विरोध शुर कर दिया कि मुस्लिम देश में गैर मुस्लिमों के धर्म स्थल या मंदरि बनाने के लिए सरकारी धन खर्च नहीं किया जा सकता है।
कट्टरपंथियों के आगे झुकी इमरान सरकार
हिंदू पंचायत के अध्यक्ष प्रीतम दास ने स्थानीय मीडिया को बताया, "हमने पहले ही 19 जून को बाउंड्री की दीवार के निर्माण के संबंध में एक आवेदन पत्र भेजा था लेकिन उनसे कोई जवाब नहीं मिला। हमने कहा था कि भूखंड के कब्जे को सुरक्षित करने के लिए सीमा की दीवार बनाई जाए लेकिन इसके लिए कोई कदम नहीं उठाया गया।' दूसरी ओर, पीटीआई के सांसद लाल चंद मल्ही ने कहा कि मंदिर के लिए एक भवन योजना पहले ही धार्मिक मामलों के मंत्रालय को सौंप दी गई है, जिसने इसे प्रधान मंत्री कार्यालय को भेज दिया है।
हिंदुओं पर लगातार हो रहे हैं अत्याचार
आपको बता दें कि इस्लामाबाद में बनने वाले इसे कृष्ण मंदरि के लिए 20 हजार वर्गफुट जमीन आवंटित की गई थी। पाकिस्तान के मानवाधिकार संसदीय सचिव लाल चंद्र माल्ही ने इसकी आधारशिला रखी थी। दरअसल पाकिस्तान में हिंदुओं के धार्मिक स्थलों और मंदिरों में हमले होना कोई नई बात नहीं हैं इससे पहले भी वहां कई हिंदू मंदिरों को ध्वस्त किया जा चुका है। आए दिन पाकिस्तान में हिंदुओं बेटियों का अपहरण कर उन्हें जबरन इस्लाम कबूल करवाया जा रहा है जिसके कई वीडियो सामाने आ चुके हैं।