उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग-उन एक बार फिर अपने पुराने अंदाज को लेकर चर्चा में हैं। अमेरिका को लेकर उनके तेवर में पिछले कुछ समय में आई नरमी अब जाती दिख रही है और वह एक बार फिर अमेरिका को आंखें दिखाते नजर आ रहे हैं। उन्होंने दो टूक कहा कि उनका देश अमेरिकी प्रतिबंधों के आगे घुटने नहीं टेकेगा, बल्कि उनका सख्ती से मुकाबला करेगा।
किम ने कहा कि इन प्रतिबंधों की वजह से उनके देश को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। अमेरिकी प्रतिबंधों को लेकर खुली चुनौती के बीच किम का अलग ही अंदाज नजर आया। वह सफेद घोड़े पर दिखे।
किम की इन तस्वीरों में बर्फ से ढकी शानदार पृष्ठभूमि भी नजर आ रही है, जिसने 'गरीबी और भुखमरी' से ग्रस्त उत्तर कोरिया की एक अलग ही तस्वीर पेश की है। इन तस्वीरों में प्राकृतिक छटा देखते ही बनती है।
'माउंट पाइकेतो' कोरियाई प्रायद्वीप की सबसे ऊंची चोटी है, जिसे उत्तर कोरियाई लोग बेहद पवित्र मानते हैं। बताया जाता है कि किम कोई भी महत्वपूर्ण फैसला लेने से पहले यहां जरूर पहुंचते हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2018 में दक्षिण कोरिया और अमेरिका के साथ कूटनीतिक संबंधों को शुरू करने से पहले भी किम 'माउंट पाइकेतो' चोटी पर पहुंचे थे।
KCNA की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 'माउंट पाइकेतो' चोटी पर जाने के दौरान किम ने निकटवर्ती निर्माणाधीन स्थलों का दौरा भी किया और परमाणु हथियार कार्यक्रम की वजह से उनके देश पर लगे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों की आलोचना की।
केसीएनए ने किम के हवाल से कहा है, 'अमेरिकी नेतृत्व वाले शत्रुतापूर्ण बलों ने कोरियाई लोगों पर जो दुख बरपाया है, वह अब उनके गुस्से में बदल गया है।' यहां उल्लेखनीय है कि उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच परमाणु वार्ता इस महीने भी बेनतीजा रही।