- काबुल के कसाबा इलाके में स्थित एक कंपनी में फंसे है 200 भारतीय
- गारदा वर्ल्ड नाम की सुरक्षा कंपनी में काम करते हैं ये, मदद की गुहार
- इन्हें कंपनी से बाहर आने नहीं दे रहे हैं तालिबान के लड़ाके
नई दिल्ली : अफगानिस्तान में तालिबान राज एक बार फिर स्थापित हो जाने के बाद वहां काम करने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वहां काम करने वाले कर्मचारी जगह-जगह फंस गए हैं। राजधानी काबुल के कसाबा इलाके की सुरक्षा कंपनी गारदा वर्ल्ड में काम करने वाले 200 भारतीय कर्मचारी वहां से निकल नहीं पा रहे हैं। दरअसल, तालिबान लड़ाकों ने इस कंपनी को चारो तरफ से घेर लिया है। तालिबान लड़ाके इन सुरक्षाकर्मियों से उनके हथियार लेना चाहते हैं। हालांकि, इन कर्मचारियों ने अभी अपने हथियार नहीं सौंपे हैं। कंपनी में इन भारतीयों के फंसे होने की एक्सक्लूसिव तस्वीरें 'टाइम्स नाउ नवभारत' के हाथ लगी हैं।
कंपनी से बाहर निकलने नहीं दे रहा तालिबान
'टाइम्स नाउ' के प्रदीप दत्ता का कहना है कि उनकी बात यहां के कर्मचारियों से हुई है। इन भारतीय लोगों का कहना है कि तालिबान इन्हें कंपनी से बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं। कंपनी के सभी गेट पर हथियारों के साथ लड़ाके मौजूद हैं। तालिबान उनके हथियार लेना चाहता है लेकिन अभी तक इन लोगों ने उसे अपने हथियार नहीं सौंपे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि तालिबान ने उन्हें डराने के लिए दो बार हवा में फायरिंग की है। इससे वे डर गए हैं और दहशत में हैं। तालिबान का कहना है कि अब अफगानिस्तान में उनकी सरकार है, इसलिए सुरक्षा कर्मचारियों के पास जो हथियार है, उन्हें सौंपना होगा।
कर्मचारियों ने दूतावास से संपर्क किया
अफगानिस्तान पर अपना नियंत्रण करने के बाद तालिबान ने कहा था कि वह किसी भारतीय को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। फिलहाल उसकी कथनी और करनी में अंतर दिखना शुरू हो गया है। कंपनी के कर्मचारियों ने केंद्र सरकार से मदद पहुंचाने की अपील की है। कर्मचारियों का कहना है कि वे दो रात से सो नहीं पाए हैं। एयरपोर्ट तक के रास्ते में तालिबान के 15 नाके हैं जहां उनके लड़ाके मौजूद हैं। हो सकता है कि तालिबान फिरौती की मांग करे। ये संकट अगर ज्यादा समय तक चलता है तो उनके लिए खाने-पीने का संकट हो सकता है क्योंकि उनके पास ज्यादा कुछ नहीं है। कर्मचारियों ने भारतीय दूतावास से संपर्क किया है। दूतावास ने इन्हें थोड़ा इंतजार करने के लिए कहा है।