- काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद अशरफ गनी देश छोड़कर चले गए
- इस बीच उनके भाई उसी तालिबान से जा मिले हैं और उसे समर्थन जताया
- वीडियो में अशरफ गनी के भाई को तालिबान नेताओं से मिलते देखा गया है
काबुल : अफगानिस्तान में तालिबान की बढ़त और काबुल पर कब्जे के बाद से जहां राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर चले गए और UAE में जाकर शरण ली, वहीं उनके भाई उसी तालिबान से जुड़ गए हैं और उसके प्रति समर्थन का वादा भी कर आए। एक वीडियो सामने आया है, जिसमें तालिबान के टॉप कमांडर्स से अशरफ गनी के भाई की मुलाकात को दिखाया गया है। तालिबान नेताओं से अशरफ गनी के भाई की मुलाकात और उसे समर्थन के वादे से हर कोई हैरान है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, अशरफ गनी के भाई हशमत गनी अहमदजई ने शनिवार को तालिबान के प्रति समर्थन जताया। 'ग्रैंड काउंसिल ऑफ कुचिस' के चीफ हशमत गनी ने तालिबान नेता खलील-उर-रहमान और धार्मिक विद्वान मुफ्ती महमूद जाकिर की मौजूदगी में तालिबान के प्रति अपनी वफादारी का ऐलान किया। एक ट्वीट में अशरफ गनी के भाई की मुलाकात अल्हाज खलील-उर-रहमान हक्कानी से भी होने की बात कही गई है।
यहां उल्लेखनीय है कि काबुल पर तालिबान के कब्जे के साथ ही अशरफ गनी देश छोड़कर फरार हो गए थे। इसके लिए उन्हें अफगान नागरिकों सहित अमेरिका की भी कड़ी आलोचना झेलनी पड़ी थी। बाद में उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट और फिर वीडियो संदेश के जरिये बताया कि अफगानिस्तान को रक्तपात से बचाने के लिए उन्होंने यह कदम उठाया। बाद में इसकी तस्दीक हुई कि उन्होंने परिवार के साथ UAE में राजनीतिक शरण ली।