पाकिस्तान की संसद में 3 अप्रैल का दिन सियासी ड्रामे से भरा रहा। 2 अप्रैल को इमरान खान ने ये कहा भी था की जनता को सरप्राइज मिलने वाला है। हुवा भी कुछ ऐसा ही। विपक्ष ने उम्मीद लगा रखी थी कि इमरान संसद में हार जाएंगे और उनकी जगह पर वे अगले डेढ़ साल तक सत्ता में रहेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इमरान खान ने अपनी इस दांव से विपक्ष के सारे सपने को एक झटके में तोड़ दिया। डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी ने आर्टिकल 5 का हवाला देते हुए इमरान खान के खिलाफ पेश अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया। इसके तुरंत बाद इमरान ने संसद को भंग करने की सिफारिश कर दी जिसे राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने स्वीकार कर लिया। पाकिस्तान में अब 90 दिन में चुनाव होंगे। आइए समझते हैं पूरा मामला...