- पाकिस्तान में इमरान खान की कुर्सी फिलहाल बच गई है
- स्पीकर ने इमरान खान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया
- पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने पाकिस्तान की नेशनल असेंबली को भंग कर दिया
Pakistan Political Crisis chronology: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने पाकिस्तानी आवाम को अपना सरप्राइज दे दिया। एसेंबली में स्पीकर ने इमरान खान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। वहीं इमरान की सिफारिश पर पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने पाकिस्तान की नेशनल असेंबली को भंग कर दिया है। अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश को संबोधित करते हुए कहा है कि पाकिस्तान में विदेशी साज़िश कामयाब नहीं हो सकी।
इमरान खान ने चालबाजी करते हुए भावुक भाषण (Emotional Speech) का सहारा लेते हुए TV पर बयान दिया, साथ ही Victim Card खेलने की भी कोशिश की।
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पाकिस्तान में इमरान खान की कुर्सी फिलहाल बच गई है। उनके खिलाफ विपक्ष की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर आज वोट होना था, लेकिन इससे पहले ही नेशनल असेंबली के आज के सत्र की अध्यक्षता कर रहे डिप्टी स्पीकर कासिम खान सूरी ने यह कहते हुए अविश्वास प्रस्ताव को ही खारिज कर दिया कि इस देश की किस्मत 'विदेशी ताकतों' के हाथों तय नहीं होगी।
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यह लाइन इमरान के उन आरोपों के अनुरूप है, जिसमें वह अपनी सरकार को अपदस्थ करने के पीछे 'विदेशी साजिश' की बात करते रहे हैं। इस क्रम में उन्होंने अमेरिका का नाम भी लिया था। अपने खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने के बाद इमरान खान ने देश की जनता को एक बार फिर संबोधित किया, जिसमें उन्होंने इसके लिए अवाम को मुबारकबाद देते हुए कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति से संसद भंग करने की अनुशंसा कर दी है और अवाम यह तय करे कि पाकिस्तान की सत्ता में वह रहें या वे लोग, जो मुल्क के हितों को परे रखते हुए अपने हित के विदेशी ताकतों से मिलीभगत करते हैं।
पाकिस्तान में मौजूदा राजनीतिक संकट से जुड़े प्रमुख घटनाक्रम (Major developments related to the current political crisis in Pakistan)-
- 1996: इमरान खान ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) का गठन किया, जिसका अर्थ है न्याय के लिए आंदोलन।
- 2002: इमरान खान चुनाव जीतकर नेशनल असेंबली के सदस्य बने।
- 2013: इमरान खान दोबारा चुनाव जीतकर नेशनल असेंबली पहुंचे।
- 2018: आम चुनाव में अपनी पार्टी को जीत दिलाने के बाद इमरान खान पहली बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने।
- तीन मार्च, 2021: विपक्ष के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने सीनेट के चुनावों में पाकिस्तान के वित्त मंत्री अब्दुल हफीज शेख को हराया।
- छह मार्च, 2021: इमरान खान ने अपने वित्त मंत्री की हार के बाद नेशनल असेंबली में विश्वास मत जीता।
- आठ मार्च, 2022: पाकिस्तान के विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर मौजूदा सरकार पर देश में अनियंत्रित होती महंगाई को कम करने में विफल रहने का आरोप लगाया।
- 19 मार्च : इमरान खान की पार्टी ने असंतुष्ट पीटीआई सांसदों को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
- 20 मार्च: नेशनल असेंबली के अध्यक्ष ने इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए 25 मार्च को नेशनल असेंबली का सत्र बुलाया।
- 23 मार्च: प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि वह इस्तीफा नहीं देंगे क्योंकि तीन सहयोगी उनकी सरकार के खिलाफ वोट करने का संकेत दे रहे हैं।
- 25 मार्च: पाकिस्तान की नेशनल असेंबली का सत्र इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किए बिना ही स्थगित कर दिया गया।
- 27 मार्च: एक विशाल रैली में इमरान खान ने अपनी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए कथित तौर पर हो रही ‘साजिश’ के पीछे विदेशी ताकतों के होने का दावा किया।
- 28 मार्च: पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज़ शरीफ ने नेशनल असेंबली में इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया।
- 30 मार्च: अविश्वास मत से पहले इमरान खान की सरकार के प्रमुख सहयोगी दलों के विपक्ष के साथ चले जाने से उन्होंने बहुमत खो दिया।
- 31 मार्च: इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के लिए संसद की बैठक।
- एक अप्रैल : इमरान खान ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में दावा किया कि उनकी जान को खतरा है। खान ने कहा कि वह डरते नहीं हैं और एक स्वतंत्र और लोकतांत्रिक पाकिस्तान के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।
- तीन अप्रैल : नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी ने इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को रोका।
- तीन अप्रैल : इमरान खान ने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को नेशनल असेंबली भंग करने की सलाह दी।
- तीन अप्रैल : राष्ट्रपति अल्वी ने इमरान खान की सलाह पर नेशनल असेंबली भंग की।