नई दिल्ली : काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर लोग एक बार फिर बड़ी संख्या में जुटना शुरू हो गए हैं। ये नागरिक अफगानिस्तान छोड़कर किसी अन्य देश में पनाह लेना चाहते हैं। गुरुवार शाम एयरपोर्ट पर हुए दो शक्तिशाली बम विस्फोटों में अब तक कम से कम 90 लोगों की जान गई है। इनमें अमेरिका के 13 सैनिक भी शामिल हैं। इन दोनों हमलों की जिम्मेदारी आईएसआईएस के अफगानिस्तानी धड़े आईएसआईएस-के ने ली है। वहीं, इन हमलों के बाद अमेरिका ने कहा है कि अपना रेस्क्यू मिशन जारी रखेगा। इन हमलों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने आईएस को सख्त चेतावनी दी है। बाइडेन ने कहा है कि उनका देश इन हमलों को भूलेगा नहीं और आईएस के आतंकियों को ढूंढकर उनका खात्मा करेगा।