- काबुल एयरपोर्ट पर गुरुवार शाम हुए दो शक्तिशाली बम विस्फोटों में कम से कम 72 लोग मारे गए हैं
- खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक इन हमलों में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ है
- रिपोर्ट में कहा गया है कि आईएसआईएस खुरासान अकेले इस तरह के हमले नहीं कर सकता
नई दिल्ली : काबुल एयरपोर्ट पर गुरुवार शाम हुए दो शक्तिशाली विस्फोटों पर खुफिया रिपोर्ट के जरिए बड़ा खुलासा हुआ है। 'टाइम्स नाउ नवभारत' के हाथ एक खुफिया रिपोर्ट हाथ लगी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक एयरपोर्ट के पास जो बम धमाके हुए इसमें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) का हाथ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इतनी संवेदनशील जगह पर इतनी बड़ी तीव्रता के धमाके अकेले ISIS-K नहीं कर सकता है। इस हमले में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने उसकी मदद की है।
'खुरासान अकेले इतना बड़ा हमला नहीं कर सकता'
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि आईएसआई की मदद के बगैर खुरासान इस तरह के धमाके नहीं कर सकता। इन हमलों में 13 अमेरिकी सैनिकों और कम से कम 60 अफगान नागरिकों की मौत हुई है। अफगानिस्तान से अमेरिकी लोगों की वापसी के अभियान की निगरानी कर रहे जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने कहा कि इन हमलों के बाद भी अमेरिका अपने नागरिकों एवं अन्य को अफगानिस्तान से निकालना जारी रखेगा।
बाइडन बोले-हम बख्शेंगे नहीं
इन हमलों पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने आतंकी गुटों को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, व्हाइट हाउस में में मीडिया के साथ बातचीत में कहा, ‘इस हमले को अंजाम देने वाले और अमेरिका को नुकसान पहुंचाने की मंशा रखने वाले ध्यान रखें कि हम तुम्हें बख्शेंगे नहीं। हम यह भूलेंगे नहीं। हम तुम्हें पकड़कर इसकी सजा देंगे। मैं अपने देश के हितों और लोगों की रक्षा करूंगा.....।’ बाइडन ने कहा, ‘जैसा कि आप सभी जानते हैं, जिन आतंकवादी हमलों के बारे में हम बात कर रहे थे और जिनके बारे में खुफिया तंत्र चिंतित था, उसे आईएसआईएस-के नामक संगठन ने अंजाम दिया। उन्होंने हवाईअड्डे पर तैनात अमेरिकी सेवा के सदस्यों की जान ली और कई को गंभीर रूप से घायल भी कर दिया। उन्होंने कई असैन्य लोगों की भी जान ली और कई को घायल भी किया।’