- तालिबान ने काबुल के दक्षिण में स्थित लोगार प्रांत पर जमाया कब्जा
- तालिबान काबुल के दक्षिण में कुछ ही किलोमीटर से भी कम दूरी पर पहुंचे
- तालिबान ने शनिवार को कंधार में एक रेडियो स्टेशन पर कब्जा कर लिया
नई दिल्ली: अफगानिस्तान (Afganistan) में तालिबान (Taliban) का विस्तार या कहें कब्जा तेजी के साथ बढ़ता जा रहा है,इसे लेकर भारत समेत कई देशों में चिंता जताई जा रही है कहा जा रहा है कि तेजी से आगे बढ़ते तालिबानी अब अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के बेहद करीब पहुंच गए हैं और तेजी से आगे बढ़ रहे हैं जिसे लेकर कई मुल्क परेशान हैं।
तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के दक्षिण में स्थित लोगार प्रांत (Logar province) पर कब्जा कर लिया है। अफगानिस्तान केलोगार से सांसद होमा अहमदी ने बताया कि तालिबान ने पूरे प्रांत पर कब्जा कर लिया है, जिसमें उसकी राजधानी भी शामिल है और वह शनिवार को पड़ोसी काबुल प्रांत के एक जिले में पहुंच गया।
Taliban अफगानिस्तान के अधिकतर हिस्सों में तेजी से कर रहा विस्तार
तालिबान देश की राजधानी काबुल के दक्षिण में कुछ ही किलोमीटर से भी कम दूरी पर पहुंच गए हैं। अफगानिस्तान से अमेरिका की पूर्णतय: वापसी में तीन सप्ताह से भी कम समय शेष बचा है और ऐसे में तालिबान ने उत्तरी, पश्चिमी और दक्षिणी अफगानिस्तान के अधिकतर हिस्सों पर कब्जा कर लिया है।
तालिबान ने कंधार में रेडियो स्टेशन पर कब्जा किया
तालिबान ने शनिवार को कंधार में एक रेडियो स्टेशन पर कब्जा कर लिया। उग्रवादी संगठन हाल के हफ्तों में उत्तर, पश्चिम और दक्षिण अफगानिस्तान के कई हिस्सों में काबिज हो चुका है और पश्चिमी देशों द्वारा समर्थित सरकार के अधिकार में काबुल के अलावा मध्य और पूर्व में कुछेक प्रांत ही बचे हैं।
Radio का नाम बदलकर 'वॉइस ऑफ शरिया' किया
तालिबान ने एक वीडियो जारी किया जिसमें एक अज्ञात उग्रवादी ने शहर के मुख्य रेडियो स्टेशन को कब्जे में लेने की घोषणा की। रेडिया का नाम बदलकर 'वॉइस ऑफ शरिया' कर दिया गया है। उसने कहा कि सभी कर्मचारी यहां मौजूद हैं, वे समाचार प्रसारित करेंगे, राजनीतिक विश्लेषण करेंगे और कुरान की आयतें पढ़ेंगे। ऐसा लगता है कि स्टेशन पर अब संगीत नहीं बजाया जाएगा। तालिबान कई वर्षों से सचल रेडियो स्टेशन संचालित करता आ रहा है लेकिन प्रमुख शहर में उसका रेडियो स्टेशन पहले कभी नहीं रहा। वह 'वॉइस ऑफ शरिया' नाम का स्टेशन चलाता था जिसमें संगीत पर पाबंदी थी।