अपने लिए एक नई या पुरानी कार खरीदना बहुत मजेदार होता है। कार खरीदने के लिए सिर्फ सही कार ढूंढना ही नहीं बल्कि सही डील पाना भी जरूरी होता है। कार खरीदने से पहले आपको इन 5 बातों पर जरूर गौर करना चाहिए।
अपनी जरूरतों का पता लगाकर आप यह समझ सकेंगे कि आपको किस तरह की कार की जरूरत है। पता करें कि आप कार का इस्तेमाल कैसे करेंगे। यह जानना भी जरूरी है कि कार की जरूरत रोज की आवाजाही के लिए है या कभी-कभार बाहर जाने के लिए। आप रोज की आवाजाही के लिए डीजल कार या कभी-कभार इस्तेमाल के लिए पेट्रोल कार ले सकते हैं। यदि आपका परिवार है तो आपको अपने परिवार के साथ बाहर या छुट्टियों में घूमने जाने के लिए एक बड़ी और आरामदायक कार की जरूरत पड़ सकती है। आप अपनी कार में कौन-कौन से फीचर्स चाहते हैं उसके आधार पर आपको कार खरीदनी चाहिए। आपको किस तरह की कार की जरूरत है उसके आधार पर आप जान पाएंगे कि आपको उस पर कितने पैसे खर्च करने हैं।
कार के प्रकार का पता लगाने के बाद आपको पता लगाना चाहिए कि आप उस पर कितने पैसे खर्च करने के इच्छुक हैं। एक बजट तैयार करते समय, ऑन-रोड प्राइस पर विचार करें जिसमें रजिस्ट्रेशन, टैक्स, और कार इंश्योरेंस का खर्च शामिल होता है। इसके अलावा, कार चलाने के लॉन्ग-टर्म कॉस्ट, जैसे एनुअल सर्विसिंग चार्ज, पर भी विचार करें। यदि आप लोन पर कार ले रहे हैं तो हिसाब करके देखें कि आप कितना डाउन पेमेंट कर सकते हैं। डाउन पेमेंट जितना ज्यादा होगा, उतना कम लोन लेना पड़ेगा, जिससे अतिरिक्त इंटरेस्ट का बोझ कम रहेगा। आपका कार डीलर आपको एक हायर मॉडल खरीदने के लिए प्रोत्साहित कर सकता है जिससे आपका बजट बढ़ सकता है, लेकिन आपको अपनी क्षमता के अनुसार ही कोई कदम उठाना चाहिए।
सबसे अच्छी डील पाने के लिए प्रोडक्ट्स की तुलना करें। यदि संभव हो तो, ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों जगहों पर अलग-अलग ब्रांड की कार की तुलना करें। इससे आपको अच्छी कीमत पर अपनी मनपसंद कार खरीदने में मदद मिलेगी।
एक नई कार खरीदना काफी मज़ेदार होता है लेकिन ध्यान रखें कि इसका वैल्यू घटता रहता है और उसे आपको ख़रीदे गए दाम से काफी कम दाम में बेचना पड़ेगा। सेलफोन की तरह, ऑटो कंपनियां भी समय-समय पर अपने मॉडल्स अपग्रेड करती रहती हैं, जिससे पुराने मॉडल्स का डिमांड और वैल्यू कम हो जाता है। अपनी कार का आनंद लेने के लिए आपको रुकने की ज़रूरत नहीं हैं। हालांकि, कम रफ़्तार से घटती कीमत वाली कार खरीदें।
ऑटो डीलरशिप्स आपको बहुत सारे एक्सेसरीज़ विकल्प देंगे। सच में जरूरत होने पर ही उन्हें खरीदें। कार में एक्सेसरीज़ डलवाने पर उसे खरीदने कि लागत और शायद उसके रखरखाव का खर्च भी और कुछ मामलों में इंश्योरेंस प्रीमियम भी बढ़ जाएगा। ये भी याद रखें कि कार खरीदने के समय उसमें एक्सेसरीज़ नहीं डलवाना है। आप ये काम बाद में धीरे-धीरे करें ताकि शुरू में ही ज्यादा फाइनेंशियल बोझ न पड़े।
कार खरीदना एक लॉन्ग-टर्म रिलेशनशिप है। इस पर बार-बार होने वाले कई खर्च उठाने पड़ते हैं जैसे इंश्योरेंस रिन्यूअल, एनुअल मेंटेनेंस, टायर रिप्लेसमेंट, कंज्यूमेबल्स, इत्यादि। प्रीमियम गाड़ियों का मेंटेनेंस कॉस्ट ज्यादा हो सकता है। इसलिए अपनी क्षमता के अनुसार ही अपनी गाड़ी खरीदें।
(ये आलेख बैंकबाजार के सौजन्य से है)
( ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)