भारत में पारंपरिक ईंधन मूल्य वृद्धि की वजह से लोग वैकल्पिक ईंधन विकल्पों पर विचार कर रहे हैं और इसकी वजह से सीएनजी और इलेक्ट्रिक कारों की मांग में वृद्धि हुई है। नेक्सॉन ईवी, टिगोर ईवी और एक्सप्रेस-टी ईवी के आधार पर देश में इलेक्ट्रिक कार सेगमेंट में टाटा मोटर्स की पहले से ही 70 फीसदी हिस्सेदारी है। लेकिन अब भारतीय कार निर्माता भी जल्द ही यहां सीएनजी वाहन खंड में एंट्री का फैसला किया है। टाटा मोटर्स के पैसेंजर व्हीकल बिजनेस यूनिट के प्रेसिडेंट शैलेश चंद्र ने टाइम्स ड्राइव को बताया कि कंपनी अगले महीने भारत में अपना पहला सीएनजी पैसेंजर व्हीकल लॉन्च करेगी। यह खबर कोई आश्चर्य की बात नहीं है, क्योंकि टाटा कुछ समय से भारत में अपनी कुछ कारों के सीएनजी में बदलने संबंधित परीक्षण कर रहा था।
अभी मारुति और हुंडई की कारें सीएनजी में
इस समय केवल मारुति सुजुकी और हुंडई फैक्ट्री-फिटेड सीएनजी किट वाली कारों के विकल्प की पेशकश करते हैं। मारुति सुजुकी का सीएनजी पोर्टफोलियो देश में छह सीएनजी विकल्पों के साथ सबसे बड़ा है। लेकिन पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर सीएनजी वाहनों की बढ़ती मांग टाटा के लिए इस सेगमेंट में प्रवेश करने का एक अच्छा अवसर प्रतीत होता है। कंपनी ने अपनी पहली सीएनजी कार के बारे में विवरण साझा नहीं किया है, लेकिन अफवाहें बताती हैं कि यह टियागो या टिगोर हो सकती है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स यह भी संकेत देती हैं कि टाटा अल्ट्रोज़ सीएनजी मॉडल का परीक्षण कर रही है, लेकिन यह टाटा की पहली सीएनजी कार होने की संभावना नहीं है।
टियागो सीएनजी की संभावना अधिक
टाटा मोटर्स द्वारा भारत में टियागो सीएनजी पेश करने की संभावना अधिक है। फिर ग्राहकों की मांग के आधार पर धीरे-धीरे अपने पोर्टफोलियो का विस्तार किया जा सके। Tata Tiago CNG को कुछ महीने पहले भारत में टेस्टिंग के दौरान देखा गया था और यह Maruti Suzuki WagonR CNG, Hyundai Grand i10 NIOS CNG और आने वाली Maruti Suzuki Swift CNG को टक्कर देने के लिए तैयार बताई जा रही है। Tata Motors भारत में अपनी CNG यात्रा Tigor CNG के साथ भी शुरू कर सकती है क्योंकि यह CNG किट को फिट करने के बाद भी अच्छी बूट क्षमता प्रदान करेगी, जिससे यह Tiago CNG से थोड़ी अधिक व्यावहारिक हो जाएगी।