क्रिकेट फैन्स को हमेशा से इंडिया और पाकिस्तान के मैच का इंतजार रहता है। एक बार फिर एशिया कप में दोनों देश आमने-सामने होंगे। 28 अगस्त को दुबई में ग्रुप स्टेज के मुकाबले में रोहित और बाबर की टीम जीत के इरादे से मैदान पर उतरेगी।
इस बार एशिया कप टी20 फॉर्मेट में खेला जा रहा है। ऑस्ट्रेलिया में खेले जाने वाले टी20 वर्ल्ड कप को देखते हुए ये टूर्नामेंट काफी अहम है। हमेशा की तरह इस बार भी भारत-पाकिस्तान की भिड़ंत पर सबकी नजरें हैं। ये सिलसिला कई सालों से चला आ रहा है। दोनों देशों के मैचों में हाई वोल्टेज ड्रामा और रोमांच देखने को मिलता है। तो आईए आपको बताते हैं कुछ ऐसे ही टी20 मुकाबलों के बारे में, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता
हम बात कर रहे हैं 14 सितम्बर 2007 को खेले गए टी20 विश्वकप के ग्रुप स्टेज मुकाबले की। भारत और पाकिस्तान का ये मैच रोमांच से भरा हुआ था। रॉबिन उथप्पा के अर्धशतकीय पारी और कप्तान धोनी के 33 रनों की बदौलत टीम इंडिया ने 20 ओवर में 141 रन बनाए। इस टोटल को चेज करने उतरी पाकिस्तान की टीम ने भी शानदार खेल दिखाया। मिस्बाह-उल-हक ने 35 बॉल में शानदार 53 रन बनाए लेकिन फिर भी पाकिस्तान को जीत नहीं दिला पाए।
दरअसल, इस मैच के आखिरी दो बॉल में पाकिस्तान को जीत के लिए 1 रन चाहिए थे। मिस्बाह ने एक बॉल मिस कर दिया, और आखिरी गेंद पर रन आउट हो गए। 20 ओवर में पाकिस्तान भी 141 रन ही जोड़ पाई। ऐसे में मैच टाई हो गया। तो विजेता का फैसला बॉल आउट प्रक्रिया के तहत किया गया। दोनों टीमों को 5-5 गेंदबाजों का चुनाव करने को कहा गया।
प्रक्रिया ऐसी थी, कि जिस टीम के बॉलर विकेट को ज्यादा बार हिट कर पाए, वो टीम मैच जीत जाएगी। भारत की ओर से वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह और रॉबिन उथप्पा ने कमाल कर दिखाया। तीनों गेंदबाजों ने एक-एक कर विकेट को निशाना बना लिया। वहीं, जवाब में पाकिस्तान का एक भी बॉलर विकेट को हिट नहीं कर पाया। ऐसे में धोनी एंड कंपनी ने पाकिस्तान के खिलाफ जबरदस्त जीत दर्ज की।
सितम्बर 24, 2007 को इंडिया और पाकिस्तान के बीच टी20 वर्ल्ड कप का फाइनल मैच खेला गया। एक बार फिर भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी की। गौतम गंभीर के जोरदार 75 रनों की पारी की बदौलत इंडिया ने स्कोरबोर्ड पर 157 रन लगाए। पाकिस्तान फिर लक्ष्य का पीछा करने उतरी। रनों की रफ्तार तो ठीक थी, लेकिन लगातार विकेट गिरने की वजह से पाकिस्तान को खिताबी मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा।
पाकिस्तान ने 19 ओवर में 9 विकेट खोकर 145 रन बनाए। आखिरी ओवर में पाकिस्तान को खिताब जीतने के लिए 13 रन बनाने थे, वहीं इंडिया को सिर्फ एक विकेट की जरूरत थी। भारतीय कप्तान धोनी ने गेंद जोगिंदर शर्मा को दी। दूसरी ही गेंद में मिस्बाह ने छक्का लगाकर पाकिस्तान की उम्मीदें बढ़ा दी।
पाकिस्तान को अब जीत के लिए 4 गेंदों में 6 रन चाहिए थे। मिस्बाह ने स्कूप शॉट खेलकर गेंद को बाउंड्री पार पहुंचाने की कोशिश तो की, लेकिन श्रीशंत ने बॉल को लपक लिया। ये भारत की ऐतिहासिक जीत थी, ग्राउंड पर पूरी भारतीय टीम इकट्ठा हो गई। धोनी की कप्तानी में भारत ने कमाल कर दिया, और पहला टी20 विश्वकप अपने नाम कर लिया।
इस विश्वकप की मेजबानी भारत ने ही की थी। 19 मार्च 2016 को इंडिया और पाकिस्तान के बीच सुपर 10 का मुकाबला खेला गया। बारिश के कारण 20 ओवर का मैच छोटा कर दिया गया था । दोनों टीमों को 18-18 ओवर खेलने थे। पाकिस्तान ने 18 ओवर में 118 रन बनाए और इंडिया के लिए 119 रनों का टारगेट सेट किया।
इंडिया की शुरूआत कुछ खास नहीं थी। रोहित शर्मा 10 रन बनाकर आउट हो गए, तो वहीं शिखर धवन 6 रन ही जोड़ पाए। सुरेश रैना भी पहली गेंद पर बोल्ड हो गए। फैन्स निराश होने लगे थे, लग रहा था कि अगर एक-दो विकेट और गिर गए, तो भारत के हाथों से मैच फिसल जाएगा।
लेकिन फिर विराट कोहली ने मोर्चा संभाला। कोहली ने मैच विनिंग नाबाद 55 रनों की पारी खेली। विराट ने 37 गेंदों में 55 रन जोड़कर हारे हुए मैच को पलट दिया। 13 गेंद रहते ही इंडिया ने मैच जीत लिया। प्रेशर में रहते हुए दमदार पारी खेलने के लिए कोहली को मैन ऑफ द मैच चुना गया।
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