कराचीः पाकिस्तान में हिंदुओं की स्थिति हमेशा से ही खराब रही है और इसका एक सबूत है स्पिनर दानिश कनेरिया की हालत। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने शुक्रवार को प्रतिबंधित लेग स्पिनर दानिश कनेरिया को पूरी तरह इंग्लिश क्रिकेट बोर्ड के रहम पर छोड़ दिया। बोर्ड ने कनेरिया से कहा है कि अगर वो क्लब या घरेलू स्तर पर खेलना शुरू करना चाहते हैं तो उन्हें इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) से अपील करनी चाहिए।
दानिश कनेरिया 2012 से प्रतिबंधित हैं और आजीविका कमाने के लिये क्रिकेट गतिविधियां शुरू करना चाहते हैं लेकिन पीसीबी ने कहा कि वह ज्यादा कुछ नहीं कर सकता क्योंकि उन्हें सजा ईसीबी ने दी थी।
पीसीबी ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘ईसीबी भ्रष्टाचार रोधी संहिता का अनुच्छेद 6.8 इस मामले में लागू है जिसमें साफ लिखा है कि भ्रष्टाचार रोधी पंचाट के प्रमुख, जिसने एक खिलाड़ी पर प्रतिबंध लगाया है, उसके पास खिलाड़ी को भाग लेने की अनुमति देने का अधिकार है। इसलिये आपको ईसीबी से अपील की सलाह दी जाती है।’
गौरतलब है कि शोएब अख्तर सहित पाकिस्तान के कुछ अन्य पूर्व दिग्गजों ने बेबाक अंदाज में ये बयां किया था कि दानिश कनेरिया के अंदर गजब की प्रतिभा थी। उन्हीं के दम पर पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने कई मैच भी जीते लेकिन उनको सिर्फ इसलिए नजरअंदाज कर दिया गया क्योंकि वो एक हिंदू थे। यही नहीं, शोएब अख्तर ने ये भी बताया था कि बहुत से पाकिस्तानी क्रिकेटर भी ऐसे थे जो कनेरिया के साथ भेदभाव करते थे। हाल ही में कनेरिया ने कहा था कि अगर सौरव गांगुली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष बनते हैं तो वो उनसे अपील जरूर करेंगे।
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