Raj Angad Bawa Exclusive Interview: 'हां, चेन्नई के मैच में एमएस धोनी सर से मिला और हाथ मिलाया, फोटो नहीं खिंचाया। सचिन तेंदुलकर सर को तो दूर से ही देखा। वो लोगों से घिरे हुए थे। उनके पास जाने की हिम्मत नहीं हुई। मैं चाहता हूं कि अपना नाम ऐसा बना लूं कि जब इन दिग्गजों के सामने जाऊं तो वो मुझे जानते हो। मुझे अपने बारे में उन्हें कुछ बताना नहीं पड़े या इंट्रोडक्शन नहीं देना पड़े। तब इन लोगों से मिलने का मजा ही अलग होगा।'
यह कहना है भारत के उभरते हुए ऑलराउंडर राज अंगद बावा का, जिन्होंने अंडर-19 वर्ल्ड कप में बतौर तेज गेंदबाज ऑलराउंडर अपनी पहचान बनाई और अब इंटरनेशनल क्रिकेट में चमकने के लिए जी-जान लगा रहे हैं। 12 नवंबर 2002 को हिमाचल प्रदेश के नहान में जन्में राज घरेलू क्रिकेट में पंजाब का प्रतिनिधित्व करते हैं। 19 साल के ऑलराउंडर ने अंडर-19 वर्ल्ड कप में गेंद और बल्ले दोनों से कमाल किया और देश को उम्मीदें दी कि वो जल्द ही इंटरनेशनल क्रिकेट में धमाका करते हुए नजर आएंगे।
टाइम्स नाउ नवभारत को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में राज ने अपने क्रिकेटिंग करियर से संबंधित कई खुलासे किए। उन्होंने अपने क्रिकेट की शुरूआत से लेकर आईपीएल तक तय किए सफर के कई किस्से साझा किए। राज ने आईपीएल 2022 का अपना एक दिलचस्प किस्सा बताया कि वो पंजाब किंग्स की बस के बाहर खड़े थे, तब मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा अपनी बस ढूंढते हुए उनके पास पहुंच गए और एकदम सामने खड़े थे।
राज ने कहा, 'मैं बस के बाहर खड़ा था। रोहित सर को लगा कि हमारे पास ही मुंबई की बस खड़ी है तो वो ढूंढते हुए मेरे सामने आकर खड़े हो गए। मैं कन्फ्यूज हो गया कि उनसे क्या बात करूं। अपना इंट्रो देना सही नहीं लग रहा था। मगर रोहित शर्मा की दरियादिली थी कि वो खुद मेरे पास आए और बिलकुल अपनी मुंबईया अंदाज में मुझसे बातचीत की। उन्होंने मुझे पहचान लिया, मेरा नाम लिया और कहा कि अंडर-19 वर्ल्ड कप में अच्छा खेले।'
पंजाब के ऑलराउंडर ने कहा, ' रोहित शर्मा ने मुझे कहा कि जब भी मौका मिले तो अपना बेस्ट देने की कोशिश करना। उन्होंने कहा कि मुझे खेलते देखा है, मेरे परिवार वालों के हाल-चाल लिए। इसने मुझे काफी प्रभावित किया कि अब वो भारत के कप्तान हैं और ऐसी बातें पूछकर मेरा विश्वास बढ़ा दिया। मेरा आईपीएल में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था, लेकिन रोहित सर की बातों ने काफी प्रभावित किया।'
राज अंगद बावा ने बताया कि आईपीएल में जब मेरा सेलेक्शन हुआ तो बहुत खुशी थी। पता हो कि पंजाब किंग्स ने राज को 2 करोड़ रुपए में खरीदा था, जबकि उनकी बेस प्राइस 20 लाख रुपए थी। राज अंगद बावा अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच बने थे, जहां से उन्हें दुनियाभर में पहचान मिली।
पंजाब किंग्स में शिखर धवन, लियाम लिविंगस्टोन, जॉनी बेयरस्टो और कगिसो रबाडा जैसे कई दिग्गज खिलाड़ी मौजूद थे। युवा ऑलराउंडर ने कहा, 'मैंने आईपीएल के दौरान शिखर धवन से बहुत बातचीत की। धवन पाजी ने मुझे कई अच्छी चीजें बताई, जो लगता है कि जिंदगीभर काम आएगी। धवन पाजी ने कहा कि अपनी जिंदगी के लिए ग्रेटफुल (आभारी) रहो। आपको जितना मिला है, उतना सभी को नहीं मिला।'
राज अपनी बात जारी रखते हुए कहते हैं, 'धवन पाजी ने जिंदगी जीने का तरीका बताया कि कभी अपना विश्वास नहीं खोना चाहिए। भले ही कम मौके मिले या फिर नहीं भी मिले। बस अपनी क्षमता पर शक नहीं करना। धवन पाजी ने यह भी बताया कि स्टेप बाय स्टेप आगे बढ़ो। अपना निश्चित लक्ष्य मत बनाओ क्योंकि क्या पता कि जिंदगी ने आपके लिए बहुत अच्छा कुछ सोच रखा हो। इसलिए अपने आप पर भरोसा रखो और कभी परेशान नहीं रहो। मैं इन चीजों को समझने के लिए काफी छोटा हूं, लेकिन उन्होंने जो ये बातें बताई, वो मुझे काफी अच्छी लगी।'
राज अंगद बावा ने बताया कि उनके आदर्श खिलाड़ी भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह हैं। युवराज को देखकर ही राज ने बाएं हाथ से बल्लेबाजी करना शुरू की। राज के पिता खुद भी कोच हैं और उन्होंने बेटे को शुरूआत में दाएं हाथ से बल्लेबाजी कराने का प्रयास किया। मगर युवराज सिंह की दीवानगी राज के सिर चढ़कर बोलती थी कि वो हर बार बाएं हाथ से बल्लेबाजी करना शुरू कर देते थे और फिर पिता ने भी उन्हें टोकना बंद कर दिया। इस तरह युवा क्रिकेटर दाएं हाथ से गेंदबाजी व सारे काम करता है, लेकिन बल्लेबाजी बाएं हाथ से करते हैं। राज अंगद बावा की बैकलिफ्ट से लेकर फ्लिक खेलने की स्टाइल भी युवराज सिंह से मेल खाती है।
अपने आदर्श के बारे में बात करते हुए राज अंगद बावा ने कहा, 'बचपन से ही युवराज सिंह बहुत ज्यादा पसंद हैं। उनका देखकर बैटिंग बाएं हाथ से करना शुरू की। आईपीएल से पहले युवराज सिंह से फोन पर बात हुई थी तो उन्होंने महत्वपूर्ण टिप्स दिए। युवी ने कहा कि अपने मौके का इंतजार करना और खुद पर पूरा विश्वास कायम रखना। उन्होंने मेरे लिए ट्वीट भी किया था, जिसे देखकर काफी खुशी हुई थी। युवराज सिंह ने पापा के द्वारा भी मेरे बारे में बातें की हैं। मुझे वो हमेशा से ही पसंद हैं।'
राज ने आगे बताया, 'मैं युवराज सिंह से उनके संन्यास लेने से पहले एक रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान मिला था। तब मैंने उनका ऑटोग्राफ लिया था। मेरी खुशी का ठिकाना नहीं था। मैं अंडर-19 वर्ल्ड कप के बाद से उनसे मिला नहीं, लेकिन जब भी मिलूंगा तो जानता हूं कि कुछ अच्छा सीखने को मिलेगा।'
राज अंगद बावा का फैमिली बैकग्राउंड स्पोर्ट्स का रहा है। युवा ऑलराउंडर के दादाजी त्रलोचन सिंह बावा 1948 ओलंपिक्स में गोल्ड जीतने वाली हॉकी टीम के सदस्य थे। राज के पिता सुखविंदर खुद क्रिकेट कोच हैं, जिनकी चंडीगढ में क्रिकेट एकेडमी है। राज भी यही अभ्यास करते हैं। बता दें कि राज अंगद बावा ने तब सुर्खियां बटोरी जब अंडर-19 वर्ल्ड कप में व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ स्कोर बनाने के मामले में उन्होंने शिखर धवन का रिकॉर्ड तोड़ा था।
युगांडा के खिलाफ ग्रुप मैच में राज बावा ने 108 गेंदों में नाबाद 162 रन की पारी खेली थी। उन्होंने धवन का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 2004 अंडर-19 वर्ल्ड कप में केन्या के खिलाफ 155 रन बनाए थे। और फिर फाइनल में राज बावा ने 31 रन देकर पांच इंग्लिश बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया। फिर बल्ले से 35 रन का योगदान देकर भारत को पांचवीं बार अंडर-19 वर्ल्ड कप चैंपियन बनाया।
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