गाबा: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शु्क्रवार को चार मैचों की सीरीज का चौथा व आखिरी टेस्ट ब्रिस्बेन में शुरू हुआ। यहां मेजबान टीम का रिकॉर्ड शानदार है। ब्रिस्बेन क्रिकेट ग्राउंड को ऑस्ट्रेलिया का किला माना जाता है। ऑस्ट्रेलिया ने पिछले तीन दशक से ज्यादा समय में गाबा पर टेस्ट नहीं गंवाया है। ऑस्ट्रेलिया को आखिरी बार 1988 में ब्रिस्बेन पर वेस्टइंडीज के हाथों शिकस्त मिली थी। तब वेस्टइंडीज ने घरेलू टीम को 9 विकेट से मात दी थी। एलेन बॉर्डर और विव रिचर्ड्स अपनी टीमों के कप्तान थे।
ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 167 रन बनाए थे। वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज कोर्टनी वॉल्श ने चार विकेट झटके थे। जवाब में वेस्टइंडीज ने 394 रन बनाए थे और रिची रिचर्डसन (81) टीम के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर थे। एलेन बॉर्डर की टीम ने स्टीव वॉ (90) की बेहतरीन पारी के बावजूद दूसरी पारी में 289 रन बनाए। 63 रन का लक्ष्य वेस्टइंडीज ने एक विकेट खोकर हासिल कर लिया। कर्टली एंब्रोज को मैन ऑफ द मैच चुना गया था, जिन्होंने 6 विकेट चटकाए और 19 रन बनाए थे।
वेस्टइंडीज से हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने गाबा पर कोई मैच नहीं गंवाया। ब्रिस्बेन यानी गाबा तो ऑस्ट्रेलिया की जीत का गढ़ बन गया। 1988 के बाद ऑस्ट्रेलिया ने यहां 31 टेस्ट खेले, जिसमें 24 जीते जबकि सात ड्रॉ कराए। आखिरी बार 2012 में दक्षिण अफ्रीका वो टीम है, जिसने इस मैदान पर मैच नहीं गंवाया था। मेजबान टीम का ब्रिस्बेन में ऑवरऑल रिकॉर्ड भी शानदार है। यहां ऑस्ट्रेलिया ने 62 मैच खेले, जिसमें से सिर्फ आठ मैच गवाएं। 40 जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया का इस स्थान पर विजयी प्रतिशत 64.51 का है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | क्रिकेट (Cricket News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल