नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) दुनिया की सबसे लोकप्रिय टी20 लीग है, जिसमें दुनियाभर के खिलाड़ी अपनी खेल प्रतिभा दर्शाने आते हैं। आईपीएल में सुपरस्टार्स बनते हैं और इस टूर्नामेंट से सीधे इंटरनेशनल क्रिकेट में भी एंट्री मिलने लगी है। हालांकि, कुछ ऐसे दिग्गज खिलाड़ियों ने आईपीएल में हिस्सा लिया और अपनी साख के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके। इन खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिग्गज खिलाड़ी का तमगा हासिल है, लेकिन आईपीएल में यह निराशाजनक साबित हुए। आज हम आपको ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका इंटरनेशनल क्रिकेट में काफी नाम रहा, लेकिन आईपीएल में वह फ्लॉप हुए।
1) युवराज सिंह - पूर्व भारतीय ऑलराउंडर को किसी परिचय की जरूरत नहीं है। दो विश्व कप विजेता टीम के हीरो युवराज सिंह आईपीएल में प्रभाव नहीं छोड़ सके। 2000 में केन्या के खिलाफ डेब्यू करने वाले युवी ने 208 वनडे और 58 टी20 इंटरनेशनल मैचों में क्रमश: 8701 व 1177 रन बनाए। उन्होंने वनडे में 111 और टी20 इंटरनेशनल में 28 विकेट चटकाए हैं। हालांकि, आईपीएल में युवराज का प्रदर्शन काफी फीका रहा है। युवी ने आईपीएल में कुछ 6 फ्रेंचाइजी का प्रतिनिधित्व किया। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने 132 आईपीएल मैचों में 24.77 की औसत और 129.71 के स्ट्राइक रेट से 2750 रन बनाए। उन्होंने 29.91 और 7.43 की इकोनॉमी से 36 विकेट चटकाए।
2) रिकी पोंटिंग - पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग दुनिया के सर्वकालिक महान बल्लेबाजों में से एक हैं। इस क्रिकेटर ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ी, लेकिन आईपीएल में यह उसे दोहरा नहीं पाए। कोलकाता नाइटराइर्स और मुंबई इंडियंस के लिए खेल चुके पोंटिंग ने 10 मैचों में 10.1 की औसत से 91 रन बनाए। पोंटिंग बतौर खिलाड़ी तो आईपीएल में अपना जलवा नहीं दिखा पाए, लेकिन इसके बाद कोच बनकर उन्होंने काफी उपलब्धियां हासिल की। वह इस समय दिल्ली कैपिटल्स के कोच बने हुए हैं।
3) माइकल क्लार्क - ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने इंटरनेशनल स्तर पर काफी लोकप्रियता हासिल की है। क्लार्क ने 115 टेस्ट और 245 वनडे में क्रमश: 8643 व 7981 रन बनाए हैं। हालांकि, आईपीएल में क्लार्क को सिर्फ एक एडिशन में खेलने को मिला। 2012 में क्लार्क ने पुणे वॉरियर्स का प्रतिनिधित्व किया था। तब उन्होंने 6 मैचों में 16.3 की औसत और 104.2 के स्ट्राइक रेट से 98 रन बनाए थे जबकि दो विकेट भी चटकाए थे।
5) एंड्रयू फ्लिंटॉफ - इंग्लैंड के ऑलराउंडर का पूरी दुनिया में डंका बज रहा था। तेज गेंदबाजी और लंबे-लंबे शॉट लगाने के लिए एंड्रयू फ्लिंटॉफ को जाना जाता था। उनका वनडे और टेस्ट में 31 से ज्यादा की औसत थी। फ्लिंटॉफ ने 141 वनडे और 79 टेस्ट में 169 व 226 विकेट चटकाए हैं। चेन्नई सुपरकिंग्स ने 2009 में फ्लिंटॉफ को खरीदा था। हालांकि, फ्लिंटॉफ अपनी उपयोगिता साबित नहीं कर सके और केवल 3 मैच खेले। इसमें उन्होंने 62 रन बनाए और दो विकेट चटकाए। इसके बाद फ्लिंटॉफ कभी आईपीएल में खेलते हुए नजर नहीं आए।
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