सुपौल: बिहार के सुपौल में दिल्ली के बुराड़ी जैसी घटना सामने आई है जहां एक घर के अंदर पांच लोगों की लाशें फांसी के फंदे पर लटकती हुईं मिली है। इस घटना के बाद आसपास के इलाके में हडकंप मच गया है। जिन पांच लोगों के शव मिले हैं उनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं जबकि दो पति-पत्नी हैं। मामला सुपौल के राघोपुर थाने के गद्दी गांव के वार्ड नंबर 12 का है।
फांसी पर लटके नजर आए सभी सदस्य
स्थानीय लोगों की मानें तो पिछले शनिवार के बाद से ही आत्महत्या करने वाले परिवार के किसी सदस्य को लोगों ने घर से बाहर आते नहीं देखा था। जब यहां शुक्रवार रात को मिश्री लाल साह के घर से बदबू सी आने लगी तो लोगों को शक हुआ और रात में ही गांव के मुखिया ने गांव वालों की मदद से घर की खिड़की खोली तो उनके होश उड़ गए क्यों कि घर के अंदर फांसी के फंदे पर एक नहीं बल्कि पूरे परिवार के सदस्यों के शव लाइन में लटके हुए थे।
पुलिस को दी सूचना
इसके बाद गांव वालों ने तुरंत पुलिस को खबर दी तो मौके पर पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने तुरंत सभी शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी हैं। पुलिस अधिकारियों की मानें तो एफएसएल की टीम की जांच के बाद घटना के बारे में विस्तार से जानकारी मिल सकेगी। वहीं गांव के कुछ लोगों का कहना है कि परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी और वह काफी समय से आर्थिक तंगी से गुजर रहा था, जिसकी वजह से यह सुसाइड वाला कदम उठाया गया होगा।
आर्थिक संकट हो सकती है वजह
राघोपुर के गद्दी गांव के लोगों ने मृतक मिश्रीलाल साह के बारे में बात करते हुए कहा कि परिवार की किसी से दुश्मनी नहीं थी। लोगों के मुताबिक, पिछले 2 साल से यह परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहा था जिसकी वजह से साहू ने अपनी पुश्तैनी जमीन तक बेच दी थी। शव मिलने के बाद जिस तरह से बदबू आ रही थी उससे प्रतीत होता है कि इन लोगों ने 5-6 दिन पहले ही सामूहिक आत्महत्या कर ली होगी।