नई दिल्ली: देश में लॉकडाउन को दो हफ्तों के लिए बढ़ाकर 17 मई तक के लिए कर दिया गया है। सोमवार से लॉकडाउन के तीसरे चरण की शुरुआत हो गई। इस लॉकडाउन में कई रियायतें दी गई हैं जिमनें से एक शराब की बिक्री को मंजूरी भी है। शराब की दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां तो उड़ ही रही हैं। वहीं, दूसरी तरफ अब अपराध की घटनाएं भी सामने आने लगी है। इसी बीच छत्तीसगढ़ में एक शख्स ने दिल दहला देने वाली वारदात को अंजाम दिया है। 41 वर्षीय शख्स ने जांजगीर चांपा जिले में शराब के नशे में अपनी ही मां को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया।
लकवाग्रस्त मां को लाठी से पीटा
पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान अमृतलाल गढ़ेवाल जबकि मतृक की 60 वर्षीय सुखिन बाई के रूप में हुई है। घटना जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत पुटपुरा गांव की है। आरोपी का पहले अपनी पत्नी से झगड़ा हुआ था। इसके बाद पत्नी बच्चों को लेकर घर से बाहर निकल गई। मां ने पत्नी से झगड़ने के लिए बेटे की मुखाफलत की जिसके बाद वह भड़क गया। बेटे ने लकवाग्रस्त मां को लाठी से पीटना शुरू कर दिया। मां ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। राज्य में लंबे अंतराल के बाद बीते सोमवार से ही शराब की दुकानें फिर से खोली गई हैं।
दोपहर बाद शराब पीकर घर लौटा
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, जांजगीर चांपा जिले के पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि मंगलवार को शराब के नशे में अमृतलाल ने अपनी मां सुखिन की लाठी से पीट-पीटकर हत्या कर दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अमृत लाल मंगलवार को दोपहर बाद शराब पीकर घर लौटा और अपनी पत्नी से विवाद करने लगा। विवाद से नाराज होकर उसकी पत्नी छोटी बच्ची को साथ लेकर घर से निकल गई। उन्होंने बताया कि जब इसका विरोध अमृत लाल की लकवाग्रस्त मां सुखिन बाई ने किया तो उसने मां को लाठी से पीटना शुरू कर दिया जिससे उनकी मृत्यु हो गई।