'बॉयज लॉकर रूम' मामले में सनसनीखेज खुलासा, लड़की ने लड़का बनकर रची गैंगरेप की कहानी

Boys Locker Room Case: ग्रुप 'बॉयज लॉकर रूम' मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने दावा किया है कि गैंगरेप की कहानी लड़की ने रची थी।

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सांकेतिक फोटो (तस्वीर साभार- unsplash) 

नई दिल्ली: इंस्टाग्राम पर बने चैट ग्रुपबॉयज लॉकर रूम मामले में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है। ग्रुप में गैंगरेप करने की जो धमकी दी जा रही थी वो बात किसी लड़के ने नहीं बल्कि एक लड़की ने की थी। लड़की सिद्धार्थ नाम से फर्जी आईडी बनाकर दूसरे लड़के से चैटिंग कर रही थी। दिल्ली की रहने वाली यह लड़की नाबालिग है।दरअसल, जिसबॉयज लॉकर रूम ग्रुप की अश्लील चैटिंग को लेकर इतना बवाल मचा हुआ था वो दो लड़कों के बीच नहीं हुई। जांच में पता चला किबॉयज लॉकर रूम में गैंगरेप करने की कोई बातचीत नहीं हुई थी।

किसी ग्रुप में नहीं के नहीं थे स्क्रीन शॉट

अश्लील बातचीत के जो स्क्रीन शॉट वायरल हुए वो नाबालिग लड़की और उसके दोस्त के दरमियान के थे। ये चैट मार्च महीने की है, जो सिर्फ दो लोगों के बीच हुई थी। दोनों के बीच यह बातचीत किसी ग्रुप में नहीं की गई थी। लेकिन बातचीत के यह स्क्रीन शॉट गलती से बॉयज लॉकर रूम ग्रुप के नाम से वायरल हो गए और फिर सोशल मीडिया पर जमकर हंगामा हुआ। कई ट्विटर और इंस्टाग्राम यूजर्स नेबॉयज लॉकर रूम के स्क्रीनशॉट शेयर किए थे और पुलिस कार्रवाई की मांग की थी।

सिद्धार्थ नाम से बनाई थी फर्जी प्रोफाइल

दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने पहचान के बाद इस लड़की से पूछताछ की है। पूछताछ में लड़की ने बताया कि उसने ये सब सिर्फ मजाक में किया था। इसके पीछे कोई मकसद नहीं था। दिल्ली पुलिस का दावा है कि लड़की ने स्नैपचैट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सिद्धार्थ नाम से एक फर्जी प्रोफाइल बनाई। अपने दोस्त से लड़का बनकर गैंगरेप की बातें की। दोस्त ने गैंगरेप की बातों पर सहमति नहीं जताई। पुलिस का दावा है कि आरोपी लड़की ने ये कहानी अपने दोस्त का चरित्र समझने के लिए रची थी।

ग्रुप एडमिन को गिरफ्तार चुकी है पुलिस

दिल्ली पुलिस की साइबर सेल के मुताबिक, लड़की और लड़के के बीच चैटिंग का 'बॉयज लॉकर रूम' से कोई लेना-देना नहीं है। बॉयज लॉकर रूम और लड़की-लड़के के वायरल स्क्रीनशॉट अलग-अलग हैं। लड़की और लड़के के बीच स्क्रीनशॉट मार्च महीने का है जबकि 'बॉयज लॉकर रूम' अप्रैल महीने के पहले सप्ताह में बना था। ऐसे में जब 'बॉयज लॉकर रूम' बॉयज लॉकर रूम मामला सामने आया तो उनके स्क्रीनशॉट को इससे जोड़ दिया गया। गौरतलब है कि 'बॉयज लॉकर रूम' इंस्टाग्राम पर 17 से 18 साल के लड़कों का एक ग्रुप था। पुलिस ने 'बॉयज लॉकर रूम मामले' में 24 बच्चों से पूछताछ की है और ग्रुप के एडमिन को गिरफ्तार कर लिया है।

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