गोरखपुर : उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में कक्षा छह में पढ़ने वाले एक छात्र के अपहरण और हत्या मामले में राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने अपराधियों पर रासुका लगाने पर विचार करने और पुलिसकर्मियों की जवाबदेही तय करने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा है कि इस मामले की जांच फास्ट ट्रैक कोर्ट में होनी चाहिए ताकि दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिल सके। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिजनों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
गोरखपुर में अपराधियों ने बच्चे का अपहरण किया और एक करोड़ रुपए की फिरौती की मांग की। अपराधियों ने लड़के के पिता से एक करोड़ रुपए की फिरौती मांगी और इसके कुछ घंटों बाद छात्र की हत्या कर दी। अपहरण और हत्या की इस घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। सोमवार को पुलिस ने इलाके में एक नहर के पास छात्र का शव बरामद किया।
लड़के के पिता को फिरौती के लिए फोन आया
पुलिस का कहना है कि 14 साल के लड़के के पिता की ग्रॉसरी एवं पान की दुकान है। लड़को को रविवार को पिपराइच इलाके से अगवा किया गया और अपराधियों ने उसी रात लड़के की हत्या कर दी। पुलिस का कहना है कि इस मामले में उसने अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि दो और लोगों की तलाश जारी है।
घटना की जानकारी पुलिस को दी
लड़के के पिता का कहना है, 'रविवार को दोपहर का भोजन करने के बाद मेरा लड़का खेलने के लिए बाहर निकला था। शाम के समय किसी अज्ञात मोबइल नंबर से मुझे फोन आया। फोन पर एक व्यक्ति ने मेरे बेटे के बदले में एक करोड़ रुपए की मांग की।' पिता का कहना है कि इस घटना की जानकारी तत्काल पुलिस को दी गई।
अपराधियों ने लड़के के अपहरण की रची थी साजिश
गोरखपुर के एसएसपी सुनील कुमार गुप्ता का कहना है कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस एक्शन में आ गई और उसने जंगल धूसर इलाके से दयानंद नाम के एख व्यक्ति को दबोच लिया। पूछताछ में दयानंद ने कबूला कि उसने अपने अन्य साथियों के मिलकर छात्र को अगवा किया और रविवार रात उसने उसकी हत्या कर दी। बच्चे की हत्या करने के बाद अपराधियों ने उसकी लाश एक बैग में रखकर उसे केवटिया नाले के पास फेंक दिया। पुलिस ने छात्र के शव को सोमवार को बरामद किया। पुलिस का कहना है कि अपराधी बच्चे की अपहरण की साजिश पिछले 10 दिनों से बना रहे थे।