नई दिल्ली: डीआरआई के अधिकारियों का कहना है कि दरअसल उन्हें नशीली दवाओ पर रोक लगाने के लिए डीआरआई ने 'ऑपरेशन नमकीन' (Operation Namak) की शुरुआत की है लिहाज़ा ईरान से आयात की जा रही कुछ खेपों में नशीली दवाओं के होने की आशंका थी।
लिहाज़ा डीआरआई की निगाहें चौकस थी और जब ईरान के मुंद्रा बंदरगाह से आयी एक खेप जिसमें 25 मीट्रिक टन के वजन वाले सामान्य नमक के 1000 बैग होने की घोषणा की गई थी,उसकी जांच की गई,उस खेप की जांच 24 से 26 मई तक की गई।
जांच के दौरान कुछ बैग संदिग्ध पाए गए, इन बैगों में पाउडर के रूप में एक खास गंध वाला पदार्थ पाया गया । उन संदिग्ध बैगों से नमूने लिए गए और गुजरात सरकार के फोरेंसिक विज्ञान निदेशालय के अधिकारियों द्वारा परीक्षण किया गया, जिन्होंने इन नमूनों में कोकीन की मौजूदगी की सूचना दी।
2021-22 में DRI ने देश भर से 321 किलोग्राम कोकीन जब्त की
डीआरआई ने अब तक 52 किलो कोकीन बरामद किया है। एनडीपीएस अधिनियम, 1985 के प्रावधानों के तहत जांच और जब्ती की कार्यवाही जारी है। उक्त आयात खेप में शामिल विभिन्न व्यक्तियों की भूमिका की भी डीआरआई द्वारा जांच की जा रही है।साल 2021-22 में डीआरआई ने देश भर से 321 किलोग्राम कोकीन जब्त की थी, जिसकी अंतरराष्ट्रीय अवैध बाजार में कीमत 3200 करोड़ रु. है।
DRI ने कुछ महत्वपूर्ण मामले दर्ज किए हैं
पिछले एक महीने में, डीआरआई ने कुछ महत्वपूर्ण मामले दर्ज किए हैं, जिनमें कांडला बंदरगाह पर जिप्सम पाउडर की आयात हुई खेप से 205 किलोग्राम हेरोइन, पिपावाव बंदरगाह पर 395 किलोग्राम हेरोइन, दिल्ली एयरपोर्ट के एयर कार्गो काम्प्लेक्स 62 किलोग्राम हेरोइन,लक्षदीप द्वीप समूह के तट पर 218 किलो हेरोइन बरामद हुई है।