चाय बेचने वाले, धोबी ने खरीदी BMW कार, पैसे इकट्ठा करने के लिए अपनाया था ये पैंतरा, पुलिस ने धर दबोचा

Ahmedabad news: गुजरात के अहमदाबाद में पुलिस ने एक चाय विक्रेता और धोबी को गिरफ्तार किया है। वे कारोबारियों को धमकाकर जबरन वसूली करते थे। इन्‍हीं पैसों से उन्‍होंने BMW कार भी खरीदी थी।

चाय बेचने वाले, धोबी ने खरीदी BMW कार, पैसे इकट्ठा करने के लिए अपनाया था ये पैंतरा, पुलिस ने धर दबोचा (तस्‍वीर साभार : iStock)
चाय बेचने वाले, धोबी ने खरीदी BMW कार, पैसे इकट्ठा करने के लिए अपनाया था ये पैंतरा, पुलिस ने धर दबोचा (तस्‍वीर साभार : iStock)  |  तस्वीर साभार: Representative Image

अहमदाबाद : गुजरात के अहमदाबाद में दो लोगों ने हाल ही में एक बीएमडब्ल्यू कार खरीदी। यूं तो BMW कोई भी खरीद सकता है, जिनके पास पैसे हैं, लेकिन कोई सिर्फ चाय बेचकर और कपड़े धोकर इतने पैसे एकत्र कर ले कि उससे यह शानदार कार खरीद ले, यह बात हैरान करती है। बात पुलिस तक भी पहुंची और फिर जो कुछ भी सामने आया, उससे एक चौंकाने वाली कहानी सामने आई। 

पुलिस की तफ्तीश में जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक, चाय विक्रेता और धोबी अलग-अलग तरह की साजिश रचकर कारोबारियों को झांसे में लेते थे और फिर उनसे मोटी रकम की उगाही करते थे। इस तरह उन्‍होंने इतने पैसे एकत्र कर लिए कि BMW कार खरीद सकें। एक पीड़‍ित ने ही इस संबंध में पुलिस को शिकायत दी थी, जिसके बाद उन्‍हें गिरफ्तार कर लिया गया। उनकी की पहचान चाय बेचने वाले यूसुफ गांची (36) और कपड़े धोने वाले आरिफ गांची (27) के रूप में की गई है।

कारोबारियों को धमकाकर की वसूली

अहमदाबाद मिरर की एक रिपोर्ट में पुलिस अधिकारी के हवाले से कहा गया है, दोनों आरोपी औद्योगिक इकाइयों के मालिकों को यह कहते हुए ब्लैकमेल किया करते थे कि वे अधिकारियों से शिकायत करके उनका लाइसेंस रद्द करवा देंगे। उन्‍होंने पैसे की मांग पूरी नहीं होने पर यूनिट मालिकों को आत्महत्या की धमकी भी दी और चेताया कि इसमें वे उनका नाम लिखते हुए उन्‍हें यह कदम उठाने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाएंगे।

दोनों आरोपियों ने सरखेज इलाके के रहने वाले जावेद गलेरिया (30) से 31.5 लाख रुपये की वसूली के लिए यह हथकंडा अपनाया था। तीन साल तक ब्लैकमेल होने के बाद गैलेरिया ने पुलिस का दरवाजा खटखटाया। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस कर रही मामले की जांच 

पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने करीब आठ लोगों को अपना शिकार बनाया है। पीड़ित ने पुलिस से संपर्क किया था और अपने आरोप के समर्थन में कुछ साक्ष्‍य मुहैया कराए थे। उनके सत्यापन के बाद मामला दर्ज किया गया। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। साथ ही इस पहलू से भी मामले की जांच की जा रही है कि आरोपियों ने क्‍या और पीड़ितों को भी धोखा दिया? पुलिस ने ऐसे लोगों से आगे आकर शिकायत दर्ज करने की अपील की है, जो इस तरह की ठगी का शिकार हुए हैं।

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