कानपुर गोलीकांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे को उज्जैन पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। उत्तर प्रदेश के कानपुर में डीएसपी समेत 8 पुलिसकर्मी की हत्या के आरोपी और कुख्यात अपराधी विकास दुबे को महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया। उसके साथ दो और बदमाश मौजूद थे जिन्हें पुलिस ने अरेस्ट किया है। विकास दुबे पर पांच लाख का इनाम था। 2 जुलाई की रात जब कानपुर के करीब स्थित बुकरु गांव में यूपी पुलिस विकास दुबे को अरेस्ट करने गई थी तो उसने अपने गुर्गों के साथ पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया था।
इसके बाद यूपी पुलिस शहीद हुए आठ साथियों की शहादत का बदला लेने के लिए उसकी तलाश कर रही थी। देशभर में 60 से अधिक टीमें, एसटीएफ और कई अन्य राज्यों की पुलिस उसको पकड़ने के लिए लगी थीं। इस बीच यूपी पुलिस ने उसके कई गुर्गों के पोस्ट जारी कर दिए थे। वहीं पुलिस ने अब तक पांच को एनकाउंटर में मार दिया है। उससे पहले इस घटना को अंजाम देने वाले विकास के पांच करीबियों को यूपी पुलिस एनकाउंटर में मार चुकी है।
यूपी पुलिस ने इस घटना के तुरंत बाद विकास दुबे गैंग के दो गुर्गों को मार गिराया था। ये दोनों थे प्रेम प्रकाश पांडे और अतुल दुबे। इन दोनों के पास से हथियार भी बरामद हुए थे। दोनों उस वक्त विकास के साथ थे, जब गोलीकांड हुआ। विकास को भगाने में इन्होंने मदद की थी। विकरू के जंगलों में मुठभेड़ में पुलिस ने विकास दुबे के मामा प्रेम प्रकाश पांडेय और अतुल दुबे को मार गिराया था।
बुधवार की तड़के सुबह यूपी पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में हमीरपुर में विकास दुबे का राइट हैंड कहा जाने वाला अमर दुबे एनकाउंटर में ढेर हो गया था। स मुठभेड़ में मौदहा इंस्पेक्टर मनोज शुक्ल व एसटीएफ सिपाही घायल हुए थे। वह विकास के साथ बंदूक लेकर हमेशा दिखता था। खास बात से है कि अमर दुबे की नौ दिन पहले ही शादी हुई थी।
फरीदाबाद में गिरफ्तार किए गए विकास दुबे के खास प्रभात मिश्रा को यूपी पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर लेकर कानपुर आ रही थी और इसी दौरान वह पुलिस की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश करने लगा। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की और प्रभात मिश्रा घायल हो गया।अस्पताल में उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
विकास दुबे का एक और करीबी प्रवीण उर्फ बउवा इटावा में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। बऊआ ने महेवा के पास हाईवे पर स्विफ्ट डिजायर कार को लूटा था। उसके साथ तीन और बदमाश थे। पुलिस ने सिविल लाइन थाने के काचुरा रोड पर उसे घेर लिया और दोनों तरफ से फायरिंग हुई। इस दौरान बऊआ पुलिस की गोली से मारा गया। वहीं उसके तीन साथी भाग गए।