पाक में 2 संदिग्ध आतंकियों को दिखाए गोधरा-मुजफ्फरनगर दंगों के वीडियो, आज दिल्ली में मिलेंगे राज्यों के ATS चीफ

Pakistan organised terror module: पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों की मंशा देश पर आर्थिक हमले की थी। इन्हें देश की आर्थिक तरक्की पर चोट पहुंचाने के लिए रेलवे ट्रैक और बड़ी कंपनियों को निशाना बनाने का काम सौंपा गया था।

Two terror suspects shown video of Godhra and Muzaffar Nagar riots
पाकिस्तान समर्थित संदिग्ध आतंकियों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।  
मुख्य बातें
  • पाकिस्तान टेरर मॉड्यूल के संदिग्ध आतंकियों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं
  • संदिग्ध आतंकियों का कहना है कि उन्हें पाक में गुजरात दंगों के वीडियो दिखाए गए
  • कई राज्यों में इनका नेटवर्क सामने आने के बाद राज्यों के एटीएस मुलाकात कर रहे हैं

नई दिल्ली : पाकिस्तान समर्थित टेरर मॉड्यूल (Pak terror module) का पर्दाफाश करने के बाद दिल्ली पुलिस (Delhi Police) संदिग्ध आतंकवादियों (Suspected Terrorists) से पूछताछ कर रही है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक इस पूछताछ में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। सूत्रों के मुताबिक संदिग्ध आतंकी जीशान (Zishan) एवं ओसामा (Osama) ने पूछताछ में बताया है कि पाकिस्तान ले जाकर उन्हें गुजरात के गोधरा एवं यूपी के मुजफ्फरनगर दंगों का वीडियो दिखाया गया। इससे उनका ब्रेनवॉश किया गया। इस टेरर नेटवर्क का जाल कई प्रदेशों में सामने आने के बाद राज्यों की एटीएस सतर्क और सक्रिय हो गई है। राज्यों के एटीएस प्रमुख आगे की रणनीति पर चर्चा के लिए आज दिल्ली में बैठक करने जा रहे हैं। 

संदिग्ध आतंकियों को दंगों के वीडियो दिखाए गए
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक पूछताछ में दो संदिग्ध आतंकवादियों ने बताया है कि उन्हें पाकिस्तान ले जाया गया और पाकिस्तान के आतंकवादी प्रशिक्षण केंद्रों में उन्हें दंगों के वीडियो दिखाए गए। रिपोर्ट के अनुसार जीशान और ओसामा को प्रशिक्षण देने के लिए उन्हें पाकिस्तान ले जाया गया। यहां के टेरर कैंप में उन्हें गुजरात के गोधरा और यूपी के मुजफ्फरनगर में हुए दंगों के वीडियो दिखाए गए। बता दें कि गुजरात के गोधरा में दंगा साल 2002 और मुजफ्फरनगर में दंगे 2013 में हुए। इस पूरे टेटर मॉड्यूल का मास्टरमाइंड ओसामा के चाचा हुमैन को बताया जा रहा है।

रेलगाड़ियों, गोदामों, कंपनियों को जलाना चाहते थे 
इन संदिग्ध आतंकियों की मंशा देश पर आर्थिक हमले की भी थी। इन्हें देश की आर्थिक तरक्की पर चोट पहुंचाने के लिए रेलवे ट्रैक और बड़ी कंपनियों को निशाना बनाने का काम भी सौंपा गया था। इनसे कहा गया था कि वे उन जगहों पर विस्फोट और हमले करें जहां ज्यादा से ज्यादा लोग हताहत हों।  रिपोर्ट में दिल्ली पुलिस के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि जीशान ने पूछताछ में बताया है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई भारत में आर्थिक आतंकवाद फैलाना चाहती थी। सूत्रों का कहना है कि इन संदिग्ध आतंकिवादियों के निशाने पर देश का कॉटन उद्योग था। इन्होंने कॉटन ढोने वाली रेल गाड़ियों, बड़े कंपनियों, गोदामों एवं दुकानों को जलाने की साजिश रची थी। 

दाऊद के भाई अनीस के संपर्क में था जान मोहम्मद
सूत्रों का कहना है कि संदिग्ध आतंकवादी जान मोहम्मद अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम से सीधे संपर्क में था। सूत्रों के मुताबिक जान मोहम्मद ने पूछताछ में कबूला हैकि उसने टुबैको ट्रेड सेंटर में विस्फोट किया था और इस विस्फोट में अनवर नाम का कारोबारी मारा गया। 

दिल्ली में आज राज्यों के एटीएस चीफ की बैठक
पाकिस्तान समर्थित टेरर मॉड्यूल का दिल्ली में पर्दाफाश होने और संदिग्ध आतंकवादियों के पकड़े जाने के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। इस टेरर मॉड्यूल का नेटवर्क कई राज्यों में उजागर होने के बाद राज्यों की एटीएस सतर्क हो गई है। इस बारे में आगे की रणनीति बनाने के लिए राज्यों के एटीएस प्रमुख आज दिल्ली में मिल रहे हैं। समझा जाता है कि इस बैठक में इस तरह के टेरर मॉड्यूल की चुनौतियों से निपटने के उपायों एवं तौर-तरीकों पर चर्चा की जाएगी।   

अगली खबर