नई दिल्ली: रोहिणी कोर्ट में हुई गोलीबारी और हत्या के मामले में पुलिस ने पहली गिरफ्तारी की है। पुलिस ने टिल्लू गैंग के दो बदमाशों को धर दबोचा है जिनके नाम उमंग और विनय बताए जा रहे हैं। इन दोनों बदमाशों ने ही जेल में बंद टिल्लू ताजपुरिया के निर्देश पर पहले रोहिणी कोर्ट की रेकी की थी और फिर उसकी पूरी जानकारी टिल्लू को दी थी। जिस दिन कोर्ट में बदमाशों ने गैंगस्टर जितेंद्र गोगी को गोली मारी, ये दोनों बदमाश कोर्ट के बाहर कार लेकर खड़े थे।
खबर के मुताबिक रोहिणी कोर्ट में हुई फायरिंग के दिन दोनों को टिल्लू ने कोर्ट के बाहर खड़े रहने को बोला था। योजना यह थी कि जैसे ही गोगी को गोली मारी जाएगी तो दोनों शूटरों को ले जाने के लिए उमंग और विनय कोर्ट के बाहर कार लेकर खड़े रहेंगे तांकि वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों गोली मारने वाले शूटरों को लेकर फरार हो सकें। लेकिन गोगी को गोली मारने वाले बदमाशों को पुलिस ने ढेर कर दिया जिसके बाद उमंग और विनय वहां से फरार हो गए।
पुलिस दोनों बदमाशों से पूछताछ कर रही है। पता चला कि दोनों कुछ साल पहले ही टिल्लू गैंग से जुड़े थे। वारदात से पहले गोगी को मारने वाले दो शूटर उमंग के ही हैदरपुर स्थित फ्लैट में रूके थे। वो उमंग और विनय ही थे जिन्होंने दोनों शूटरों को रोहिणी कोर्ट में छोड़ा था। खुद विनय और उमंग भी वकील के कपड़े पहनकर कोर्ट के बाहर कार में मौजूद थे। प्लान फेल हुआ तो दोनों वहां से फरार हो गए। दोनों मारे गए शूटरों को मंडोली जेल में बंद टिल्लू लगातार निर्देश दे रहा था।
रोहिणी कोर्ट रूम में गोलीबारी में तीन गैंगस्टर के मारे जाने की घटना के एक दिन बाद उन जेलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है जहां गोगी और टिल्लू गिरोह के सदस्य बंद हैं। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। जेल में बंद गैंगस्टर जितेंद्र गोगी के वकील के वेष में आए दो हमलावर शुक्रवार को भीड़भाड़ वाली रोहिणी अदालत कक्ष के अंदर नाटकीय रूप से गोलीबारी में मारे गए। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई में गोलियां चलाईं।