बांका: दोनों एक दूसरे से बेइंतहा मोहब्बत करते थे, शादी करना चाहते थे। दोनों ने अपने भविष्य को लेकर कई सपने संजोए थे, लेकिन बीच में चचेरे भाई बहन का रिश्ता बाधा बन रहा था। जब दोनों को लगा कि इस रिश्ते को परिवार और समाज की मंजूरी कभी नहीं मिलेगी तो दोनों नेअगले जन्म में मिलने का वादा किया और एक ही फांसी के फंदे पर झूलकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मामला बिहार के बांका का है जहां एक प्रेमी युगल ने आत्महत्या कर ली।
रिश्ते में थे चचेरे भाई-बहन
'टाइम्स ऑफ इंडिया' के मुताबिक, करतारिया थाने के एसएचओ नीरज तिवारी ने बताया कि मृतकों की पहचान 18 साल के बबलू कुमार यादव और करीब 16 साल के सोनी कुमार के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, 'वे रिश्तेदारी में चचेरे भाई बहन थे और बदसन गांव के मूल निवासी थे। उनका पिछले कई महीनों से अफेयर चल रहा था। दोनों ने नायलोन की रस्सी का फंदा बनाया और पेड़ पर लटककर सुसाइड कर लिया। दोनों शनिवार की रात अपने घरों से लापता हो गए थे, जिसके बाद परिवार के सदस्यों ने तलाशी शुरू की लेकिन पता नहीं चल सका।'
6 महीने से चल रहा था अफेयर
एसएचओ ने बताया कि रविवार सुबह करीब साढ़े छह बजे ग्रामीणों ने पेड़ से लटके शवों को देखा जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। एसएचओ ने बताया कि करीब छह महीने से दोनों के बीच अफेयर चल रहा था और जैसे ही दोनों के परिजनों को उनके अफेयर के बारे में पता चला तो लड़की को उसके मामा के घर रहने के लिए भेज दिया गया जबकि लड़के के माता-पिता ने उसे कोलकाता भेज दिया।
घर से प्लानिंग कर हुए फरार
एचएचओ ने बताया, 'बडासन में लड़की के परिवार में शादी थी जिसमें शामिल होने के लिए वह वहां पहुंच गई थी। इसके बाद लड़का भी सूचना मिलने के बाद तीन दिन पहले पहुंच गया और आखिरकार शनिवार की रात अपने-अपने घरों से भाग निकले और गांव के बाहर पेड़ पर एक ही फंदे पर लटकर आत्महत्या कर ली। बबलू के परिवार वालों ने उसकी शादी के लिए योग्य लड़की की तलाश शुरू कर दी थी। उदोनों परिवारों ने एक-दूसरे पर कोई आरोप नहीं लगाया है और न ही किसी तरह की गड़बड़ी का आरोप लगाया है।'
शव परिजनों को सौंपे
SHO के मुताबिक, 'लड़की के पिता ने एक लिखित शिकायत दी है जिसमें कहा है कि वे उस स्थिति को समझने के लिए पर्याप्त परिपक्व नहीं थे जिसके कारण दोनों ने आत्महत्या की। घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है और पुलिस को अभी तक उनके सेलफोन बरामद नहीं हुए हैं। शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है।'