टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश): टीकमगढ़ जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर खरगापुर में मध्य प्रदेश सरकार की नौकरी से सेवानिवृत्त हुए एक व्यक्ति सहित उसके परिवार के पांच लोगों के शव रविवार सुबह उनके घर में फांसी के फंदों पर लटके मिले। टीकमगढ़ जिले के पुलिस अधीक्षक प्रशांत खरे ने बताया, 'खरगापुर में आज सुबह 62 साल के धर्मदास सोनी के परिवार के सभी पाँच सदस्यों के शव पुलिस को दो कमरों में फांसी पर लटके हुए मिले हैं।'
उन्होंने कहा कि मृतकों में धर्मदास सोनी, उनकी पत्नी 55 साल की पूना उनका बेटा 27 साल का मनोहर 25 साल की बहू सोनम एवं चार साल का पोता सान्निध्य शामिल है।
खरे ने कहा कि जब परिवार के सदस्य सुबह देर तक नहीं जागे, तो उनके पड़ोसियों ने खरगापुर पुलिस थाने को इसकी जानकारी दी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। उन्होंने कहा कि जिस घर में ये लोग मृत पाये गये हैं, उसमें अंदर से ताला लगा था।खरे ने बताया कि कुंडी तोड़कर पुलिस ने दरवाजा खोला और सानिध्य का शव खिड़की की ग्रिल से और बाकी चार लोगों के शव छत पर बने हुकों से लटकते हुए पाये।
उन्होंने कहा कि मनोहर का शव एक कमरे में लटका मिला, जबकि बाकी चार शव दूसरे कमरे में लटके मिले ।खरे ने बताया कि शुरुआती जाँच में मामला सामूहिक आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। हालांकि, मौके से सुसाइड नोट नहीं मिला है।उन्होंने कहा, 'हम विभिन्न कोणों से उनकी मौत के कारणों की जांच कर रहे हैं और विस्तृत जांच के बाद ही घटना की सच्चाई सामने आएगी।' खरे ने बताया कि सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
इसी बीच, खरगापुर पुलिस थाना प्रभारी सुनील शर्मा ने बताया कि धर्मदास मध्य प्रदेश पशुपालन विभाग के सेवानिवृत्त कर्मचारी थे।उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कुछ समय पहले धर्मदास ने दो एकड़ जमीन बेची थी, जिसके पैसों से उसका बेटा मनोहर खरगापुर में एक दुकान खरीदना चाह रहा था जिससे वह अपना कुछ व्यवसाय शुरू कर सके।
शर्मा ने कहा कि धर्मदास इसके लिए तैयार नहीं था, जिसके कारण पिता-पुत्र में मनमुटाव की बात सामने आयी है। उन्होंने कहा कि हालांकि, घटना के सही कारण विस्तृत जांच के बाद स्पष्ट होंगे। घटना की जानकारी मिलने पर टीकमगढ़ जिले के कलेक्टर सुभाष द्विवेदी और पुलिस अधीक्षक प्रशांत खरे मौके पर पहुंचे।