नई दिल्ली : हमीरपुर में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया अमर दुबे हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का दाहिना हाथ माना जाता है। बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने जो अपराधियों की सूची तैयार की है उस सूची में सबसे ऊपर अमर दुबे का नाम था। बताया जा रहा है कि घटना वाली रात अमर अपने रिश्तेदार विकास के साथ था। अमर भी विकास की तरह वांछित अपराधी था और उसके सिर पर 25 हजार का इनाम घोषित था। बताया जा रहा है कि अमर विकास का काफी खास साथी था और उसके गुनाहों में शरीक रहता था।
विकास का रिश्तेदार था अमर
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक अमर दुबे हिस्ट्रीशीटर का रिश्तेदार है और उसका घर विकास के घर के नजदीक है। पुलिस ने अमर की मां को भी गिरफ्तार किया है। अमर की मां पर आरोप है कि उसने मुठभेड़ वाली रात जान बचाने के लिए शरण मांग रहे पुलिसकर्मियों की मदद नहीं की और घर के अंदर जाकर बदमाशों को पुलिस की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। पुलिस अमर के चाचा अतुल दुबे को पहले ही मुठभेड़ में मार चुकी है।
हमीरपुर में छिपने के लिए आया था
जानकारी के मुताबिक अमर हमीरपुर के मौदहा इलाके में अपने किसी रिश्तेदार के घर पर छिपने के लिए आया था। बताया जा रहा है कि हमीरपुर आने से पहले वह फरीदाबाद में छिपा हुआ था लेकिन यहां आने पर उसके बारे में पुलिस को भनक लग गई। अमर दो जुलाई की रात विकास के साथ था और पुलिसकर्मियों की हत्या में संलिप्त था। ग्रामीणों का कहना है कि अमर पहले भी कई बार पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है लेकिन विकास के रसूख के चलते वह पुलिस की गिरफ्त से निकल जाया करता था।
पुलिस को आता देख गोलीबारी शुरू की
हमीरपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) श्लोक कुमार ने बताया कि मुठभेड़ में एक एसएचओ और एसटीएफ का कॉन्स्टेबल घायल हुए हैं। अमर दुबे के पास से एक ऑटोमेटिक हथियार और एक बैग बरामद हुआ है। मुठभेड़ स्थल पर फॉरेंसिक टीम पहुंच रही है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अमर के यहां छिपे होने की जानकारी मिलने पर यूपी एसटीएफ हमीरपुर पुलिस के घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस को आता देख अमर ने गोलीबारी शुरू कर दी जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। इस जवाबी कार्रवाई में अमर घायल हुआ जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।