मुंबई : फिल्म अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा के पोर्न रैकेट मामले की जांच में पुलिस जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस का कहना है कि पोर्न इंडस्ट्री को लेकर राज कुंद्रा का सपना बड़ा था। उनका मानना है कि आने वाला समय पोर्न कंटेंट के लाइव प्रसारण का है और सेक्सुअल कंटेंट का सीधा प्रसारण इसका सबसे बढ़िया तरीका है। मुंबई पुलिस का कहना है कि राज कुंद्रा अपने इस पोर्न रैकेट के कारोबार को बहुत ही व्यवस्थित ढंग से चलाते थे। कमाई को कैसे दोगुनी-चौगुनी की जाए इसके लिए उनके पास पर्याप्त रणनीति थी।
पोर्न इंडस्ट्री को बॉलीवुड की तरह बड़ा बनाना चाहते थे
मुंबई पुलिस के सूत्रों का कहना है कि राज कुंद्रा अपने पोर्न कंटेंट कारोबार को बॉलीवुड की तरह बड़ा और विशाल बनाना चाहते थे। हाथ लगे कुछ साक्ष्य ऐसे भी हैं जो इस बात की ओर इशारा करते हैं कि उनके पास मुश्किल समय के लिए विकल्प के रूप में बैकअप प्लान भी था। बैकअप के रूप में उनके पास दो से तीन एप्प मौजूद थे। सूत्रों का कहना है कि दो साल पहले जब वह इस कारोबार में उतरे तो उनकी रोजाना की कमाई दो से तीन लाख रुपए हुआ करती थी लेकिन बाद में उनकी यह कमाई बढ़कर प्रतिदिन आठ से 10 लाख रुपए हो गई।
बैक अप के लिए रखे थे एप्प
सूत्रों का कहना है कि पोर्न कंटेंट का प्रसारण करने वाले एप्प के बारे में पुलिस को यदि जानकारी हो जाती है तो उसके लिए राज के पास अन्य एप्प थे। वह पोर्न कंटेंट की लाइव स्ट्रीमिंग करने के बारे में योजना बना रहे थे। पुलिस को गत फरवरी में मलाड स्थित मड के एक बंगले में अश्लील फिल्म की शूटिंग होने की जानकारी मिली थी। इस सूचना पर पुलिस ने उस बंगले पर जब छापा मारा तो वहां उसने अपनी सूचना सही पाई। मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मौके से पांच लोगों को गिरफ्तार किया।
अंतिम समय में बदल दी जाती थी स्क्रिप्ट
केस की जांच में इस मामले की कड़ियां राज कुंद्रा से जुड़ीं। राज के खिलाफ पर्याप्त सबूत जुटाने के बाद पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था जिसके बाद उन्हें सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने मंगलवार को राज को किला कोर्ट के समक्ष पेश किया जहां से उन्हें 23 जुलाई तक हिरासत में भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि पोर्न कंटेंट तैयार करने के लिए मॉडल एवं संघर्ष करने वाले अभिनेत्रियों पर दबाव डाला जाता था। अंतिम समय में उनकी स्क्रिप्ट बदल दी जाती थी। लड़कियां यदि इस पर ना-नुकूर करती थीं तो उन्हें ब्लैकमेल किया जाता था।