नई दिल्ली : कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन तेजी से देश के राज्यों में फैल रहा है। इस बीच दिल्लीवासियों के लिए राहत की बात यह है कि कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में लगातार कमी देखी जा रही है। लेकिन राजधानी में बढ़ते मौत के आंकड़ों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इन मौतों के आंकड़ों के पीछे कोरोना भी एक वजह हो सकता है, लेकिन अधिकांश मौतें अन्य गंभीर बीमारियों की वजह से हो रही हैं।
एलएनजेपी अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ सुरेश कुमार ने बताया, साल के शुरुआती महीनों में बीमारियों में इजाफा देखने को मिलता है। ऐसे लोग जिन्हें सांस संबंधित बीमारी होती है या फिर जो लोग टीबी, कैंसर, लिवर या किडनी फेलियर से पीड़ित होते हैं, इस दौरान वे बड़ी संख्या में इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती होते हैं। अस्पताल में भर्ती के दौरान जब हम ऐसे मरीजों का आरटीपीसीआर टेस्ट करवाते हैं तो उनमें से अधिकांश मरीज कोरोना संक्रमित पाए जाते हैं।
इस दौरान देखने में आ रहा है कि अधिकांश लोगों की मौत के पीछे की वजह सिर्फ कोरोना संक्रमण नहीं, बल्कि अन्य गंभीर बीमारियां भी होती हैं। जैसे कुछ लोग लिवर ट्रांसप्लांट करवाने के लिए हॉस्पिटल में भर्ती होते हैं। इस बीच उन्हें कोरोना संक्रमण हो जाता है, जिसके बाद उनके शरीर में चुनौती बढ़ जाती है। ऐसे में उनके इलाज और उन्हें ठीक होने में लंबा वक्त लग जाता है। कुछ मरीज जल्द रिकवर हो जाते हैं तो कुछ की डेथ हो जाती है। इसके पीछे उनकी पुरानी बीमारी एक बड़ी वजह होती है।
डॉ.सुरेश कुमार ने बताया कि इन मौत के पीछे यह भी देखने में आ रहा है कि अधिकांश लोग ऐसे हैं, जिन्होंने कोरोना की एक भी वैक्सीन नहीं लगवाई है। हमारे अस्पताल में ही यह देखने में आया कि अधिकांश मरीज वे हैं, जिन्होंने वैक्सीन की एक भी खुराक नहीं ली है। अस्पताल में वैक्सीन नहीं लगवाने वाले लोगों की संख्या और मौत का प्रतिशत कहीं ज्यादा है, जबकि वैक्सीन के दोनों डोज लेने वालों की मौत का प्रतिशत बिल्कुल कम है।
दिल्ली में 25% के पार हुई कोरोना संक्रमण दर, मौत का आंकड़ा 8 महीने में सबसे ज्यादा
उन्होंने कहा, जैसे-जैसे दिल्ली में संक्रमित के आंकड़े कम हो रहे हैं, वैसे-वैसे जल्द ही संक्रमण से मौत के मामलों में भी कमी देखी जाएगी। अभी पॉजिटिविटी रेट कम हो रही है। नए पेशेंट कम आ रहे हैं। अस्पतालों में अब भी बड़ी संख्या में आईसीयू बेड खाली हैं।
Delhi News in Hindi (दिल्ली न्यूज़), Times now के हिंदी न्यूज़ वेबसाइट -Times Now Navbharat पर। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें।