नई दिल्ली: दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 1414 नए COVID19 मामले सामने आए वहीं 1171 ठीक भी हुए हैं इसके अलावा 1 मौत भी इस बीमारी से हुई दिल्ली में सक्रिय मामले 5986 हैं। दिल्ली में पिछले कुछ सप्ताह में कोविड के मामलों और संक्रमण दर में वृद्धि देखने को मिल रही है लेकिन इससे नई लहर आने की आशंका नहीं है विशेषज्ञों ने यह जानकारी दी।
विशेषज्ञों ने कहा कि लोगों को संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने चाहिए।प्रख्यात महामारी विज्ञानी डॉ चंद्रकांत लाहरिया ने कहा कि जांच संक्रमण दर स्थिर है और इसका मतलब है कि संक्रमण उसी दर से फैल रहा है और किसी नई लहर की आशंका नहीं है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में भर्ती होने की दर में मामूली सा परिवर्तन है जिससे यह भी पता चलता है कि महामारी की कोई लहर नहीं है।
'लोगों को समझना चाहिए कि वायरस अभी भी फैल रहा है'
उन्होंने कहा कि यदि अधिक जांच की जायेगी तो मामलों की संख्या में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा, 'इसलिए, हमें संक्रमण दर और मामलों की संख्या के बारे में ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए , मुख्य मानदंड अस्पताल में भर्ती होने की दर और मृत्यु दर है।' डॉ. लहरिया ने कहा, 'लोगों को समझना चाहिए कि वायरस अभी भी फैल रहा है। उन्हें स्वयं मास्क पहनने की आवश्यकता है और इसे सरकार द्वारा अनिवार्य नहीं किया जाना चाहिए।'
कोरोना वायरस पर 'इंडियन मेडिकल एसोसिएशन' के राष्ट्रीय कार्यबल के सह-अध्यक्ष डॉ राजीव जयदेवन ने कहा, 'यह कहना जल्दबाजी होगा कि एक बड़ी लहर आने की आशंका है लेकिन हमें आर्थिक गतिविधियों को बंद किये बगैर संक्रमण से निपटने के वास्ते सभी आवश्यक उपाय करने चाहिए।' सफदरजंग अस्पताल में सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉ जुगल किशोर ने कहा कि दिल्ली में संक्रमण दर अधिक है क्योंकि अधिकारी जांच पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
संक्रमण दर 16 अप्रैल से चार प्रतिशत से सात प्रतिशत के बीच बनी हुई है
दिल्ली में 20 अप्रैल से 1,000 से 1,600 के बीच कोविड मामले सामने आ रहे है। संक्रमण दर 16 अप्रैल से चार प्रतिशत से सात प्रतिशत के बीच बनी हुई है। सरकारी आंकड़े के अनुसार हालांकि, अब तक अस्पताल में भर्ती होने की दर कम रही है। आंकड़ों के अनुसार इस समय दिल्ली के अस्पतालों में कोविड-19 के 178 मरीज भर्ती हैं जबकि 4,490 लोग घरों में पृथक-वास में हैं।
दिल्ली-एनसीआर में अप्रैल में संक्रमण के 40 प्रतिशत मामले संज्ञान में नहीं आए
दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अप्रैल महीने में कोविड-19 के करीब 40 प्रतिशत मामले पता ही नहीं चले, क्योंकि अधिकतर लोगों ने घरों पर ही एंटीजन जांच की थी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'लोकलसर्कल्स' के सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है। लोकलसर्कल्स के सर्वेक्षण में दावा किया गया है कि दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पिछले 30 दिन में कोविड के लक्षण वाले 42 प्रतिशत लोगों ने घर पर रैपिड एंटीजन जांच कर ली।सर्वे के अनुसार इसमें शामिल प्रत्येक तीन प्रतिभागियों में से केवल एक ने पिछले 30 दिन में आरटी-पीसीआर जांच कराई है, वहीं ज्यादातर ने घर पर ही एंटीजन जांच कर ली और इससे पता चलता है कि बड़ी संख्या में संक्रमण के मामले संज्ञान में ही नहीं आए। इस सर्वे में दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के सभी जिलों के करीब 16,000 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इनमें 62 प्रतिशत पुरुष और 38 प्रतिशत महिलाएं थीं।
Delhi News in Hindi (दिल्ली न्यूज़), Times now के हिंदी न्यूज़ वेबसाइट -Times Now Navbharat पर। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें।