नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने शनिवार को राजधानी के त्यागराज स्टेडियम में भव्य तरीके से 'वाल्मीकि जयंती' के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि आज एक बहुत स्वस्थ परंपरा की शुरुआत हो रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार दिल्ली के लोगों के साथ मिलकर इतने भव्य तरीके से भगवान महर्षि बाल्मीकि का प्रकटोत्सव की शुरुआत कर रही है और अब हर साल इसी भव्य तरीके से ये कार्यक्रम मनाया जाएगा
दिल्ली सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा, 'पहले सरकारी स्कूलों में कोई अपने बच्चों को नहीं भेजना चाहता था आज सरकारी स्कूलों के बच्चे 90% से ज़्यादा नम्बर लेकर आ रहे हैं... गरीब से गरीब परिवारों से आने वाले बच्चे 90% से ज़्यादा अंक लेकर आये। भगवान वाल्मीकि के प्रकटोत्सव को मनाने का इससे अच्छ क्या तरीका हो सकता है। इस ब्रह्मांड में इंसानियत मे जितने प्राणी पैदा हुए उनमें सबसे ज्ञानी महाऋषि वाल्मीकि थे। अगर वो रामायण नहीं लिखते तो हमें भगवान राम के बारे में कौन बताता।'
सीएम केजरीवाल ने कहा, 'वाल्मीकि समाज के दो बड़े शख्सियत हैं भगवान वाल्मीकि और बाबा साहेब अंबेडकर और दोनों ने ही शिक्षा पर ज़ोर दिया है। आज 21वीं सदी में अमेरिका से डिग्री लेना आसान नहीं है। बाबा साहेब ने तब 2 डिग्री की अमेरिका से और एक डिग्री अमेरिका से और एक लंदन से। ऐसे महान व्यक्ति के अनुयायी होकर अगर हम शिक्षित न हो तो गलत है। आज आपसे एक वचन मांग रहा हूँ कुछ भी हो जाए आप सब अपने बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा देंगे। आज सबसे बड़ी देशभक्ति यही है कि अपने अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दे दो उन्हें लायक बना दो।'
अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'अभी तक समस्या ये थी कि दलित समाज बाल्मीकि समाज गरीब है। वो बच्चों को प्राइवेट स्कूल में नहीं पढ़ा सकते थे सरकारी स्कूलों में पढ़ाई नहीं होती थी। लेकिन अब हमने सरकारी स्कूल प्राइवेट से अच्छे बना दिये हैं'। अगर आप अपने बच्चे से कहीं काम करा रहे हो तो उससे बड़ा पाप नहीं है। अगर बच्चा पढाई नहीं करे तो मा बाप होने के नाते उसके कान पकड़ो हमारे माता पिता ने भी कान पकड़े थे तभी हम अच्छा पढ़ पाये।'
दिल्ली सरकार की योजनाओं का जिक्र करते हुए केजरीवाल ने कहा ' हमारी सरकार अकेली सरकार है हमारी पूरे देश में जिसमे बच्चे के पैदा होने से लेकर ऊपर तक कि पढ़ाई का सारा इंतज़ाम हमने कर दिया है। कोचिंग करानी है तो उसका पैसा सरकार भरेगी, 10 लाख तक का एजुकेशन लोन। ग्रेजुएशन के बाद अगर आपका बच्चा बाबा साहेब की तरह अमेरिका और इंग्लैंड जाकर PHD करना चाहता है पोस्ट ग्रेजुएट करना चाहता है। विदेशों में बच्चों को पढ़ाने का सारा खर्चा दिल्ली सरकार देगी। बाबा साहेब का सपना था हर दलित बच्चे को अच्छी से अच्छी शिक्षा मिले। मैंने कसम खाई है बाबा साहेब का सपना मैं पूरा करूंगा।'
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