Delhi-NCR Liquor News : दिल्ली में शराब की कीमतों पर जारी भारी छूट ने एनसीआर की दुकानों की कमाई का गणित बिगाड़ दिया है। आबकारी विभाग के मुताबिक शराब के अधिकतम खुदरा मूल्य (MRP) पर भारी डिस्काउंट की वजह से एनसीआर में शराब की दुकानों की बिक्री में 20 से 25 फीसदी की गिरावट आई है। कंपनियों एवं एक्सपर्ट का कहना है कि ऐसे ग्राहक जो पहले गुरुग्राम से शराब खरीदते थे, अब ऑफर और डिस्काउंट के बाद वे दिल्ली में ही इसे खरीदने लगे हैं। दिल्ली सरकार ने पिछले साल सरकारी दुकानों के अलावा प्राइवेट दुकानदारों को शराब की ब्रिकी शुरू करने की अनुमति दी।
एक की खरीद पर दूसरी मुफ्त का भी है ऑफर
नई आबकारी नीति में अधिकतम खुदरा मूल्य पर मनमाफिक डिस्काउंट देने की इजाजत है। कुछ निजी दुकानदार तो व्हिस्की के भारतीय ब्रांड पर एक की खरीद पर दूसरी मुफ्त दे रहे हैं। रिपोर्टों के मुताबिक कनफेडरेशन ऑफ इंडियन अल्कोहलिक बीवरेज कंपनीज (सीआईएबीसी) के महानिदेशक विनोद गिरि का कहना है, 'शराब की बिक्री के लिए दिल्ली हमेशा ही एक बड़ा मार्केट रहा है। पहले दिल्ली और गुरुग्राम में शराब की कीमतों में 20 से 25 फीसदी का अंतर होता था लेकिन अब दिल्ली और हरियाणा की शराब की कीमतों में कोई अंतर नहीं रह गया है। दिल्ली में शराब की बिक्री बढ़ने के पीछे यह एक बड़ा कारण है।' उन्होंने कहा कि सभी राज्यों में शराब पर यदि एक तरह का टैक्स लगता है तो बिक्री की असमानत पर रोक लग सकती है।
दिल्ली में शराब के कारोबार में हैं निजी कंपिनियां
गत नवंबर में दिल्ली सरकार ने शराब के कारोबार से निकलने का फैसला किया। राज्य सरकार ने शराब के कारोबार को निजी कंपनियों के हवाले कर दिया। निजी कंपनियों की आपसी स्पर्धा और लोगों को अपने ब्रांड की तरफ आकर्षित करने के लिए शराब कंपनियां आकर्षक ऑफर और कीमतों में भारी डिस्काउंट दे रही हैं। निजी कंपनियां अपने ब्रांडों पर 25 प्रतिशत तक की छूट दे रही हैं।
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गुरुग्राम में शराब की बिक्री प्रभावित
गुरुग्राम के आबकारी एवं कर विभाग के डिप्टी कमिश्नर वीके बेनीवाल ने कहा कि दिल्ली में शराब पर दी जा रही छूट की वजह से गुड़गांव में शराब की बिक्री प्रभावित हुई है। यह तस्करी की वजह न बने, इसे सुनिश्चित करने के लिए हम सरकार के साथ संपर्क में हैं। हालांकि, डिस्काउंट एवं ऑफर के इस कारोबार में दिल्ली में शराब की नई दुकानें बंद भी हुई हैं।
राजस्व लक्ष्य को पूरा करने में मुश्किल
गौतमबुद्ध नगर के आबकारी अधिकारी राकेश बहादुर सिंह ने कहा, 'मई 2021 में हमने शराब की 10 लाख बोतलें बेची थीं लेकिन मई 2022 में यह संख्या घटकर 8 लाख हो गई। पिछले साल जून में नोएडा में शराब की 9 लाख बोतलें बिकी थीं लेकिन इस साल 15 जून तक केवल तीन लाख बोतलों की बिक्री हुई। दिल्ली में शराब पर मिल रही छूट के चलते हम अपना राजस्व लक्ष्य पूरा नहीं कर पाएंगे।'
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