कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए बिहार में नीतीश सरकार ने सभी स्कूल, कॉलेज और कोचिंग को 11 अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया है, कोरोना दिशानिर्देशों का पालन करते हुए बची हुई परीक्षाएं ली जाएंगी। राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए यह आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कोरोना संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक करने के बाद यह निर्देश पदाधिकारियों को दिया है।
गौर हो कि पिछले दस दिनों से कोरोना का संक्रमण फिर बढ़ने लगा है इसको देखते हुए राज्य सरकार ने फिर से सभी स्कूल-कॉलेज को बंद करने का निर्णय लिया है।
बैठक के बाद शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने कहा कि राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थानों को पांच से 11 अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया गया है कोरोना संक्रमण के मामले को देखते हुए 11 के बाद का निर्णय आगे लिया जाएगा।
वहीं राज्य के सीएम ने अपील की कि लोग सार्वजनिक आयोजनों को कुछ दिनों के लिए स्थगित कर दें उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अस्पतालों में पूरी तैयारी रखें और टीकाकरण की संख्या को बढ़ाएं ताकि अधिक से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन हो सके।
वहीं बताया जा रहा है कि अप्रैल के अंत तक विवाह और अन्य पारिवारिक कार्यों को छोड़कर सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ लगाने पर रोक होगी, राज्य में बसों में क्षमता से आधी सवारियों को बैठाने का आदेश दिया गया है कहा गया है कि सार्वजनिक परिवहन में अधिकतम 50 फीसदी कैपिसिटी के ज्यादा किसी भी परिस्थित में नहीं रहने दिया जाएगा।
चार जनवरी, 2021 को नौवीं से 12 वीं कक्षा और कॉलेजों को इस शर्त के साथ खोला गया कि एक दिन में 50 प्रतिशत उपस्थिति होगी इसके बाद आठ फरवरी 2021 को कक्षा छह से आठ तक के स्कूलों को खोला गया वहीं कक्षा एक से पांच तक के स्कूलों को एक मार्च 2021 को खोला गया था।