CBSE Term 1 Answer Sheet Review 2021-22: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) हाल में हुई टर्म 1 बोर्ड परीक्षा के परिणाम घोषित नहीं करेगा। 15 जनवरी के आसपास छात्र अपने स्कैन किए गए ओएमआर शीट यानी उत्तर पुस्तिका को ऑनलाइन एक्सेस कर सकेंगे और प्राप्त अंको को जान सकेंगे। साथ ही सीबीएसई कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण टर्म-1 बोर्ड परीक्षा (CBSE Term 1 Board Exam 2021-22) में उपलब्ध ना हो पाने वाले छात्रों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी कर रहा है। बोर्ड द्वारा जल्द ही आधिकारिक वेबसाइट पर इससे संबंधित नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा।
बीते साल यानी 2019 में बोर्ड परीक्षा के बाद जिन छात्रों को लगा था कि उनकी उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन सही से नहीं किया गया है, उन्हें री चेकिंग का फॉर्म भरने व शुल्क जमा करने के बाद ओएमआर शीट यानि उत्तर पुस्तिका की फोटो कॉपी प्राप्त करने की अनुमति दी गई थी। वहीं इस साल से सीबीएसई छात्रों को मूल्यांकन की गई उत्तर पुस्तिका मुफ्त में प्रदान करेगी।
बता दें सीबीएसई द्वारा कक्षा 10, 12 बोर्ड परीक्षा 2022 टर्म 1 की ओएमआर शीट की जांच उसी दिन की जा रही है। 33 लाख उम्मीदवारों की ओएमआर शीट की जांच के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। एक बार ओएमआर शीट की स्कैनिंग पूरी हो जाने के बाद, जिसमें करीब एक महीने का समय लग सकता है। इसके बाद छात्रों को उपलब्ध कराया जाएगा, छात्र अपना रोल नंबर दर्ज कर अपनी उत्तर पुस्तिका को देख सकेंगे। सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि छात्र ऑनलाइन अपनी उत्तर पुस्तिका को देख सकेंगे।
उन्होंने कहा कि अभी यह सुविधा केवल टर्म 1 एमसीक्यू आधारित परीक्षाओं के लिए है। छ्त्र अपनी उत्तर पुस्तिका को देख सकते हैं तथा प्राप्त अंको का मूल्यांकन कर सकते हैं। तथा कोई भी शिकायत होने पर हमसे संपर्क कर सकते हैं। अधिकारी ने बताया कि बोर्ड ने परीक्षा को और भी अधिक पारदर्शी बनाने के लिए यह कदम उठाया है।
ध्यान दीजिए:
कोरोना से संक्रमित होने के कारण बोर्ड परीक्षा टर्म 1 में शामिल ना हो पाने वाले छात्रों के लिए सीबीएसई जल्द ही अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिफिकेशन जारी करने वाला है, बोर्ड ऐसे छात्रों के लिए कई विकल्पों पर विचार कर रहा है।
सीबीएसई के एक सूत्र ने बताया कि ऐसे छात्रों को टर्म 2 परीक्षा में दोनों पेपर देने होंगे या इनके लिए प्रोक्टेड ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की जाएगी। सीबीएसई के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि छात्रों के हितों की रक्षा की जाएगी, कोरोना से संक्रमित होने पर या इसके लक्षण होने पर पेपर देने के लिए ना आएं।