यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं लोगों के मुताबिक इस परीक्षा का सिलेबस काफी कठिन और लेंदी होता है। ऐसे में यूपीएससी के साथ किसी और परीक्षा की तैयारी करना मुश्किल है। लेकिन रविंद्र परमार यूपीएससी की परीक्षा के साथ एमपीपीएससी में सफलता हासिल की है। उन्होंने इस परीक्षा में पांचवां स्थान हासिल किया है। रविंद्र परमार के मुताबिक टॉपर्स अक्सर कहते हैं कि दोनों परीक्षाओं का पैटर्न अलग है लेकिन मेरा मानना है कि एक साथ इसकी तैयारी की जा सकती हैं।
मध्यप्रदेश के रहने वाले रविंद्र परमार ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। उन्होंने करनाल के नेशनल डेली रिसर्च इंस्टिट्यूट से बी.टेक किया है। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने पूणे के एक एमएनसी कंपनी में काम किया। 6 महीने तक काम करने के बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और दिल्ली रुख कर लिया। यहां उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की।
उन्होंने बताया कि इस दौरान वो दो घंटे एमपीपीएससी(मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग) की भी तैयारी करते थे। उन्होंने बताया कि अक्सर टॉपर्स ऐसा कहते हैं कि दोनों की तैयारी एक साथ नहीं कर सकते। लेकिन यूपीएससी और एमपीपीएससी का सिलेबस करीबन 60 से 80 प्रतिशत लगभग एक है।
रविंद्र परमार ने एमपीपीएससी में 5वीं रैंक हासिल की है। उन्होंने ये सफलता पहली बार में ही हासिल की है। उन्होंने बताया कि यूपीएससी की तैयारी के दिनों उन्हें पहले से पता था, कि वो एमपीपीएससी की परीक्षा भी देंगे। ऐसे में वो रोजाना दो घंटे एमपीपीएससी के लिए पढ़ाई करते थे। रविंद्र कुमार के मुताबिक इस परीक्षा के लिए किताबें एक तरह के हैं, जैसे दोनों के लिए अंसिएंट हिस्ट्री से लेकर मॉडर्न हिस्ट्री पढ़ने के जरूरत है। इस तरह हर विषय में भी लगभग एक जैसा है।
एमपीपीएससी प्रीलिम्स में जीएस और सीसैट का पेपर होता है। दोनों ही पेपर दो दो घंटे का होता है। एमपीपीएससी फेक्चुअल सवाल किए जाते हैं। कुछ विषय के बारे में डिटेल में पढ़ाई करने की जरूरत नहीं है। इस परीक्षा के लिए प्रीवियस ईयर के क्वेचन पेपर भी सॉल्व करें।