NSUI letter to UGC: नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने पत्र में लिखा है कि कोरोना की तीसरी लहर बहुत तेजी से फैल रही है जिसकी वजह से देश के ज्यादातर राज्यों में स्वास्थ सेवा पर भी असर पड़ रहा है। पत्र में टीकाकरण की स्थिति पर लिखा है कि छात्रों के टीकाकरण का काम हाल ही में शुरू हुआ है। इसके अलावा शिक्षकों को वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लगी है। ऐसे में अगर बड़ी संख्या में छात्र ऑफलाइन एग्जाम के लिए बाहर निकलेंगे तो उनमें से कई की जान पर खतरा हो सकता है।
यूजीसी को लिखे पत्र में एनएसयूआई ने सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े करते हुए लिखा है कि कोरोना के तीसरी लहर के बाद भी छात्रों के मूल्यांकन का कोई नया तरीका नही तय कर पाई है।
NSUI ने मांग की है कि इस साल फरवरी व मार्च में होने वाली परीक्षाओं में छात्रों का मूल्यांकन का नए तरीके से हो जिससे उनका मौजूदा साल भी न खराब जाए और छात्र आगे की पढ़ाई के लिए होने वाले एंट्रेंस एग्जाम पर फोकस कर सकें।
टाइम्स नाउ नवभारत को नीरज कुंदन ने जानकरी दी कि हमारे पास देशभर से छात्र और अभिभावकों के फोन, मैसेज, ईमेल आए हैं जिसमें वो ऑनलाइन परीक्षा की मांग कर रहे हैं। सरकार को इस ओर गंभीरता से सोचना चाहिए।