REET 2021 Paper leak Case: राजस्थान सरकार ने राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (आरईईटी) 2021 के पेपर लीक मामले में बड़ा फैसला लिया है। राज्य सरकार ने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (आरबीएसई) के अध्यक्ष डीपी जारोली को पद से हटा दिया है। साथ ही दो अन्य को भी निलंबित कर दिया है। इस सिलसिले में सीएम अशोक गहलोत ने एक ट्वीट भी किया है।
आरबीएसई में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में विफल होने के कारण अध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से हटाया गया है। सीएम अशोक गहलोत ने पीटीआई को बताया, "जिनकी संलिप्तता पाई गई है, उन्हें गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ की जा रही है। जांच में सामने आई जानकारी के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। दोषी पाए जाने वाले सरकारी कर्मचारियों को तत्काल निलंबित और बर्खास्त करने की भी कार्रवाई की जाएगी।
यह निर्णय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद लिया गया। राज्य सरकार ने विधानसभा के आगामी बजट सत्र में पेपर लीक और परीक्षा में नकल रोकने के कड़े प्रावधानों के साथ एक विधेयक पेश करने का भी फैसला किया है।
इन्हें भी किया गया सस्पेंड
आरबीएसई अध्यक्ष के अलावा कॉलेज शिक्षा निदेशालय के सहायक निदेशक (एचआरडी) डॉ सुभाष यादव, और प्रशासनिक शाखा के सहायक प्रोफेसर (रसायन विज्ञान) बी एस बैरवा, को भी निलंबित कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक बैठक में गहलोत ने उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक समिति गठित करने का भी फैसला किया, जो यह सुनिश्चित करने के लिए सुझाव देगी कि प्रश्नपत्र लीक की घटनाएं न हों और परीक्षाएं निष्पक्ष तरीके से आयोजित हो।
सितंबर में हुई थी घटना
रीट 2021 की परीक्षा का आयोजन सितंबर 2021 को हुआ था। तभी पेपर लीक की घटना सामने आई थी। बताया जाता है कि एक अभ्यर्थी अजमेर के आचार्य श्री धर्म सागर दिगंबर जैन माध्यमिक विद्यालय केंद्र में आया था उसे संदिग्ध पाया गया था। वह ब्लूटूथ से लैस 'चप्पल' पहने पाया गया था। पूछताछ करने पर पांच लोगों के एक गिरोह को गिरफ्तार किया गया और राज्य पुलिस ने ठगी करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया।