SSC Phase 9 recruitment 2021 Exam Preparation Tips :कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की फेज 9 परीक्षा की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खत्म हो गई है। और अब कंप्यूटर आधारित परीक्षा जनवरी-फरवरी 2022 में आयोजित की जा सकती है। ऐसे में परीक्षा के लिए मुश्किल से दो महीने बचे हैं। इसे देखते हुए, अब आपकी तैयारी अंतिम चरण में पहुंच गई है। इस समय यह बेहद जरूरी है, कि बचे दिनों में पूरी एकाग्रता के साथ तैयारी की जाय। परीक्षा के जरिए कुल 3261 पद भरे जाएंगे।
इस तरह होगी परीक्षा
नोटिफिकेशन के अनुसार कंप्यूटर आधारित तीन अलग-अलग परीक्षाएं होंगी। जिसमें ऑब्जेक्टिव टाइप मल्टीपल च्वाइस प्रश्न होंगे। ये परीक्षाएं, न्यूनतम शैक्षिक योग्यता के आधार पर मैट्रिकुलेशन, हायर सेकेंडरी और ग्रेजुएशन स्तर पर आयोजित की जाएंगी।
तीनों परीक्षाओं में कुल 100 प्रश्न पूछे जाएंगे। जिसमें जनरल इंटेलीजेंस, जनरल अवेयरनेस, क्वॉटिटेटिव एप्टीट्यूड, अंग्रेजी भाषा से 25-25 सवाल पूछे जाएंगे। प्रत्येक सवाल के 2 अंक होंगे और एक घंटे का समय होगा। नियमों के अनुसार कुछ अभ्यर्थियों के लिए 80 मिनट का समय होगा। इसके लिए प्रत्येक गलत जवाब पर 0.50 अंक की निगेटिव मार्किंग होगी।
तैयारी के समय इन बातों का ध्यान रखना जरूरी
गणित दिला सकता है एक्स्ट्रा फायदा- वैसे तो परीक्षी में गणित विषय से दूसरे विषयों की तरह 25 सवाल ही पूछे जाएंगे। लेकिन अगर उम्मीदवार यहां पर अच्छी तैयारी कर ले तो दूसरे उम्मीदवारों की तुलना में एक्स्ट्रा फायदा मिल सकता है। इसलिए गणित की तैयारी करते समय ट्रिक और बेहतर किताबों का अध्ययन करने पर जोर दें।
करंट अफेयर्स को नजरअंदाज नहीं करें-अखबार, मैगजीन, एनसीईआरटी कि किताबें और इंटरनेट के जरिए करंस अफेयर्स पर लगातार नजर रखें। जो खबरें पिछले दो-तीन साल में खूब सुर्खियों में रही हैं, या ऐसी घटनाएं जिनका पूरी दुनिया और देश पर असर पड़ा है। उन्हें बिल्कुल नजर अंदाज नहीं करें। ऐसी सुर्खियों की सूची बनाएं और उनकी अहम बातों को जरूर जान लें। नहीं तो परीक्षा आपकी यह चूक भारी पड़ सकती है।
पुराने पेपर जरुर सॉल्व करें-यह परीक्षा में सफल होने में काफी मदद करते हैं। इससे पेपर के सही पैटर्न की जानकारी मिल जाएगी।पुराने प्रश्नों को हल करते खुद की क्षमता का भी आकलन होता है। सबसे बड़ा फायदा तय समय में पेपर सॉल्व करने का मिलता है।
कंफ्यूजन दूर करने के लिए ऑनलाइन माध्यम का इस्तेमाल करें-कई बार ऐसा होता है कि किसी टॉपिक पर कंफ्यूजन की स्थिति हो जाती है। ऐसे में ऑनलाइन माध्यम भी कारगर साबित हो सकते हैं। ऐसे में जरुरत पर उनका इस्तेमाल भी करें।