सिविल सर्विस की परीक्षा में हर साल हजारों छात्र शामिल होते हैं, लेकिन सफलता गिने चुने लोगों को ही मिलती हैं। कई ऐसे छात्र हैं, जो बार-बार असफलता हासिल करने के बावजूद संघर्ष जारी रखते हैं, जिसका फल उन्हें मिलता भी है। इन छात्रों में विशाखा यादव और नवनीत मान का भी नाम शामिल हैं। पुलिस कर्मियों की इन बेटियों ने अपने माता-पिता का नाम गौरवान्वित किया है। टॉप 50 में रैंक हासिल करने के वाली विशाखा यादव और नवनीत मान परिणाम आयोग द्वारा upsc.gov.in पर जारी किए गए हैं। नवनीत मान और विशाखा ने 6 वीं और 33 वीं रैंक हासिल करने के बाद जल्द आईएएस ऑफिसर बन जाएंगी।
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने विशाखा यादव को सिविल सर्विस की परीक्षा में 6वीं रैंक हासिल करने पर अपने ट्विटर अकाउंट पर बधाई दी है। उन्होंने लिखा-'यूपीएससी 2019 में 06 वीं रैंक हासिल करने के लिए दिल्ली पुलिस एएसआई राज कुमार की बेटी विशाखा यादव को हार्दिक बधाई। उसके सफल और संपूर्ण करियर की कामना करते हैं। विशाखा @DelhiPolice के लिए वास्तव में गर्व का क्षण हैं'
विशाखा यादव ने सफलता हासिल करती थी इतने घंटे पढ़ाई
यूपीएससी की परीक्षा में 6 वीं रैंक हासिल करने वाली विशाखा यादव नई दिल्ली के कुरन गार्डन की निवासी हैं। इस परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए वह रोजाना 10 घंटें पढ़ाई करती थीं। पढ़ाई में किसी तरह की कोई परेशानी न हो इसके लिए उन्होंने मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड़ दी थी। इससे पहले वह दो बार इस परीक्षा में असफल हुई थीं, लेकिन उम्मीद नहीं छोड़ी। जिसकी वजह से तीसरी बार में उन्हें सफलता हासिल हुई। उनकी इस सफलता से न सिर्फ माता-पिता बल्कि दिल्ली पुलिस भी गौरवान्वित महसूस कर रही है। दिल्ली पुलिस ने विशाखा को सम्मानित किया है, इसके लिए उनके पिता एएसआई राज कुमार ने कल उनके विभाग में मिठाई बांटी।
नवनीत मान ने बताया कामयाबी का मंत्र
वहीं 25 वर्षीय नवनीत मान दिल्ली पुलिस इंस्पेक्टर सुखदेव सिंह मान की बेटी हैं। वह अपनी बेटी की इस सफलता से काफी खुश हैं, उन्होंने बताया कि नवनीत अपने दूसरे प्रयास में 33वीं रैंक हासिल की है। वहीं नवनीत को जब यह खुशखबरी मिली तो वह उस वक्त अस्पताल में थी, पास होने की खबर मिलते ही उन्होंने अपने पिता को फोन किया और बताया। रिजल्ट आने पर वह काफी खुश और संतुष्ट हैं। नवनीत एक साइंस स्टूडेंट हैं और आईआईएम से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स करना चाहती थीं।
उन्होंने एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी करने की प्लानिंग कर रही थीं। लेकिन फिर उन्होंने अपने आप से सवाल करना शुरू किया और इसके बारे में सोचा। उन्होंने बताया कि मैंने अपने आप से सवाल किया कि क्या मैं यही चाहती हूं, क्या इससे खुश रहूंगी अगले 10 साल बाद। तब मेरे पिता ने मुझे यूपीएससी क्रैक करने की सलाह दी। मैंने इसके बारे में 3 से 4 महीने सोचने के बाद तैयारी शुरू की।
उनकी पढ़ाई की बात करें तो उन्होंने 2017 में कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया है। इसके बाद वह यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी। पहली बार उन्हें यूपीएससी की परीक्षा में 501 रैंक मिली। इसके जरिए उन्हें इंडियन डिफेंस अकाउंट सर्विस में ज्वाइंन करने का मौका मिला और उन्होंने ट्रेनिंग शुरू कर दी, लेकिन वह खुश नहीं थी, ऐसे में दोबारा परीक्षा देने का मन बनाया।
नवनीत मान के मुताबिक इस परीक्षा की तैयारी के लिए वह रोजाना 6 से 7 घंटे पढ़ाई करती थी। उन्होंने बताया कि वह जितने घंटे पढ़ाई करती थी फोकस होकर पढ़ती थी। जब कभी परीक्षा, या फिर ट्रेनिंग की वजह से छूट जाता तो मैं न्यूज पेपर को पढ़ती और मुख्य चीजों को हाइलाइट कर देती। यह बहुत जरूरी है कि आप करेंट अफेयर्स से अपडेट रहें, इससे काफी मदद मिलती है।