मुंबई. भारतीय सिनेमा की एवरग्रीन फिल्मों कि जब भी बात की जाएगी तब राजेश खन्ना की फिल्म हाथी मेरे साथी को जरूर याद किया जाएगा। 50 साल पहले हाथी मेरे साथी फिल्म जब रिलीज हुई थी तब इस ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया था। फिल्म के 50 साल पूरे होने पर हम आपके लिए कुछ ऐसी रोचक बातें लेकर आए हैं जो आपने कभी नहीं सुनी होगी।
1 मई 1971 के दिन रिलीज हुई हाथी मेरे साथी फिल्म राजेश खन्ना के एक्टिंग करियर की ब्लॉकबस्टर फिल्मों में से एक है। इस फिल्म को दो रास्ते, आराधना, कटी पतंग और बंधन के साथ याद किया जाता है।
हाथी मेरे साथी तमिल फिल्म देविया छेयाल का हिंदी रिमेक है। फिल्म को सलीम-जावेद ने लिखा था। हालांकि, फिल्म की कहानी का आइडिया राजेश खन्ना ने दिया था। इस फिल्म को जब हिंदी में लिखा गया था तब बहुत सारी चीजों को सुधारा गया था।
फिल्म ने मनाई थी डायमंड जुबली
फिल्म हाथी मेरे साथी ने अपनी डायमंड जुबली मनाई थी। फिल्म के साथ बच्चों को राजेश खन्ना बेहद पसंद आए थे और किशोर कुमार की आवाज में चल चल मेरे हाथी ओ मेरे साथी गाना बच्चों का फेवरेट गाना बन गया था।
हाथी मेरे साथी फिल्म के प्रोड्यूसर के करियर की यह सबसे बड़ी और पहली हिंदी हिट फिल्म मानी जाती है। हाथी मेरे साथी के बाद उन्होंने जानवर और इंसान के रिश्तों पर फिल्म बनाई थी, जिसमें शशि कपूर और राखी ने काम किया था। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर खरी नहीं उतर पाई थी।
शर्मिला टैगोर थीं पहली पसंद
हाथी मेरे साथी फिल्म की लीड एक्ट्रेस के लिए शर्मिला टैगोर को पसंद किया गया था लेकिन वह यह फिल्म नहीं कर पाई थीं। शर्मिला टैगोर के बाद तनुजा को इस फिल्म में कास्ट किया गया था।
तनुजा के किरदार का नाम तनु रखा गया था। काका और तनु को हाथी मेरे साथी के बाद मेरे जीवन साथी फिल्म में साथ किया गया था लेकिन यह फिल्म फ्लॉप साबित हुई थी।
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