Ghulam Unknown Facts: जब लता मंगेशकर ने की आमिर के गाने 'आती क्या खंडाला' की तारीफ, क्या आपको याद है ये फिल्म?

Aamir Khan Rani Mukherjee Ghulam film Unknown Facts in Hindi: आमिर खान और रानी मुखर्जी की फिल्म गुलाम को 23 साल बीत गए हैं, हम आपके लिए फिल्म के बारे में 5 ऐसे तथ्य लेकर आए हैं जोकि ज्यादा लोग नहीं जानते हैं।

Aamir Khan Rani Mukherjee film Ghulam facts
आमिर खान और रानी मुखर्जी की फिल्म गुलाम 
मुख्य बातें
  • आमिर खान और रानी मुखर्जी की फिल्म गुलाम की रिलीज को 23 साल
  • आमिर खान ने पहली और आखिरी बार इसी फिल्म में गाया था गाना- 'आती क्या खंडाला'
  • हीरोइन जैसी आवाज ना होने का तर्क देकर रानी मुखर्जी के रोल की हुई थी डबिंग

मुंबई: क्या आपको बाइक की सवारी करने वाले और टपोरी लैंग्वेज बोलने वाले आमिर खान की वो फिल्म याद है, वही फिल्म जिसमें 'आती क्या खंडाला' गाना था जिसकी चर्चा आज भी होती है। फिल्म का नाम था-गुलाम जिसकी रिलीज को 23 साल पूरे हो गए हैं। इसमें आमिर के साथ रानी मुखर्जी की जोड़ी देखने को मिली थी और फिल्म रिलीज के बाद दोनों दर्शकों के बीच खूब चर्चा में रहे।

वैसे तो यह फिल्म बहुत लोगों ने देखी होगी लेकिन इस फिल्म से जुड़ी कुछ बाते हैं जो कम ही लोग जानते हैं। आइए गुलाम फिल्म के 23 साल पूरे होने पर एक नजर डालते हैं इससे जुड़े कुछ अनजाने तथ्यों पर।

1. फिल्म में रानी मुखर्जी की ट्रेडमार्क कर्कश आवाज को एक पेशेवर डबिंग कलाकार ने डब किया था। एक्ट्रेस से कहा गया था कि उनकी आवाज हीरोइन जैसी नहीं है।

2. आवाज की बात हो ही रही है तो बता दें कि आमिर खान ने गुलाम में पहली (और अब तक का आखिरी) गाना गाया था। जतिन-ललित द्वारा बनाए 'आती क्या खंडाला' गाने को देश की बेहतरीन गायिका लता मंगेशकर से भी तारीफ मिली थी। लता जी ने बताया था कि आमिर ने सुर में 'आती क्या खंडाला गाया' था। जब गायिका ने आमिर को बधाई दी, तो अभिनेता खुशी से झूम उठे।

3. महेश भट्ट इसे ऑन द वाटरफ्रंट रिपॉफ निर्देशित करने वाले थे। लेकिन जब आमिर खान ने निर्देशन में ज्यादा रुचि दिखाई, तो महेश बाहर चले गए और उनकी जगह विक्रम भट्ट को लाया गया।

4. स्पॉटबॉय की रिपोर्ट के अनुसार, आमिर खान की वकील की भूमिका निभाने वाली मीता वशिष्ठ ने आमिर के हस्तक्षेप के बारे में बात करते हुए कुछ बातें बताईं।

उन्होंने कहा, 'गुलाम के दौरान महेश भट्ट ने अपना कदम रखा और आमिर खान को मेरे प्रदर्शन में एक विशेष क्षण को निर्धारित करने की अनुमति नहीं दी। मैंने महेश भट्ट सहित सबसे शक्तिशाली निर्देशकों के साथ काम किया, जिन्होंने विक्रम भट्ट के पदभार संभालने से पहले गुलाम में मेरे कुछ सबसे असरदार सीन का निर्देशन किया था। उन्होंने मेरे एक शॉट पर आमिर की आपत्ति को नज़रअंदाज़ कर दिया था। इसके बाद वह अगले शॉट के लिए तैयार होने के लिए बस चला गया। इस तरह के निर्देशक आपको महसूस कराते हैं कि हां एक भगवान है जो अभिनय की बारिकियों और अहम क्षणों की रक्षा करता है।'

5. शाहरुख खान की 'कुछ कुछ होता है' के साल के दौरान ही रिलीज़ हुई, गुलाम फिल्म सलमान की 'प्यार किया तो डरना क्या', शाहरुख की 'दिल से' और अजय देवगन की 'प्यार तो होना ही था' के साथ साल की सबसे बड़ी ग्रॉसर में से एक थी।

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