नई दिल्ली: सनी देओल की 2001 की ब्लॉकबस्टर फिल्म, गदर: एक प्रेम कथा, ने हाल ही में अपनी रिलीज़ के 19 साल पूरे किए हैं। अनिल शर्मा निर्देशित, पीरियड एक्शन ड्रामा फिल्म में अमीषा पटेल और सनी देओल को लीड रोल में देखा गया था। शक्तिमान तलवार द्वारा लिखी गई, यह फिल्म एक बॉक्स ऑफिस पर कामयाबी की मिसाल बन गई थी। बॉक्स ऑफिस पर अपने जीवनकाल में फिल्म ने लगभग 77 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया था।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर फिल्म आज रिलीज हुई होती और लोगों का वैसा ही प्यार अगर फिल्म को मिलता तो इसने कितनी कमाई की होती? जवाब है- 486 करोड़ का धमाकेदार कलेक्शन! एसएस राजामौली की फिल्म बाहुबली 2: द कन्क्लूजन (2017) के हिंदी संस्करण ने बॉक्स ऑफिस पर 510 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया है, जबकि आमिर खान-स्टारर दंगल (2016) ने 387 करोड़ रुपए की कमाई की है।
इनसे तुलना करते हुए आज के समय में कल्पना करनी चाहिए कि गदर उस समय की कितनी बड़ी हिट फिल्म थी। गौर करने वाली बात ये है कि तब, भारत में सिर्फ 350 स्क्रीन ही मौजूद थीं। आज, हमारे पास देश भर में 5000 से अधिक स्क्रीन हैं।
अनिल शर्मा ने गदर को शूट करते हुए अपना खून- पसीना एक कर दिया था। फिल्म निर्माता इस फिल्म को बनाने के लिए इतना जुनूनी और भावुक थे कि एक सीन के लिए उन्होंने अपने बेटे उत्कर्ष (सनी के साथ ऑन-स्क्रीन बेटे की भूमिका निभाई वाला बच्चा) की जान जोखिम में डाल दी थी।
जब डायरेक्टर ने खतरे में डाली अपने बच्चे की जान:
इसके बारे में बात करते हुए, उन्होंने खुलासा किया था कि चलती ट्रेन की छत पर शूट किए गए सीन के लिए, सनी और अमीषा को एक डिब्बे से दूसरे डिब्बे पर कूदना पड़ा था। इन सीन में सनी के कंधों पर उत्कर्ष था। ट्रेन 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी। वह इतने घबरा गए थे कि उसने शूटिंग के दौरान अपनी आंखें बंद कर ली थीं, लेकिन बाद में उन्हें तब राहत मिली जब उन्होंने उत्कर्ष को सनी के साथ खेलते देखा।
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