अभिनेत्री जान्हवी कपूर पिछले हफ्ते रिलीज हुई फिल्म गुड लक जेरी के प्रमोशन के दौरान बहुत ही बोल्ड अंदाज में अपनी भावनाएं शेयर कीं। डिज्नी+हॉटस्टार पर रिलीज हुई ये फिल्म नयनतारा की ब्लैक कॉमेडी कोलामावु कोकिला का रीमेक है। फिल्म के प्रमोशन के वक्त जान्हवी को बी4यू पॉडकास्ट हियर इट हियर (Hear it here) पर सुचित्रा पिल्लई और सुधी सचदेव के साथ देखा गया था। जान्हवी ने बहुत खुलकर बताया कि कैसे उन्हें आज भी केवल एक स्टार किड के रूप में देखा जाता हैं। लोग उन्हें अक्सर कपूर परिवार से मिले नाम और उससे जुड़े होने के बारे में बहुत बुरा महसूस करवाते हैं।
कुछ ऐसा महसूस करती हैं जान्हवी
जान्हवी बहुत दिल खोलकर कहती हैं कि, 'धड़क और गुंजन के दौरान बहुत बार मुझे ये महसूस करवाया गया कि मुझे सब कुछ एक थाली में सजा सजाया मिला है, और मुझे ऐसी चीजें मिली हैं जिसके मैं लायक ही नहीं हूं। मुझे काम के जो भी अवसर मिले हैं मेरे माता पिता के कारण मिले हैं और मैं तकनीकी रूप से बिल्कुल बेकार हूं। इसके साथ ही मेरी नजर में मेरे माता पिता के लिए इज्जत, प्यार और बढ़ गया कि उनके कारण ही मुझे काम और नाम मिला है। मगर असल सच ये है कि वाकई में मुझे एक्टिंग करना पसंद है और मेरे जीवन का अस्तित्व ही यही है। मैं दिन रात अपनी जी जान लगाकर काम करती हूं ताकि जो कुछ भी उन्होने मुझे दिया है उसे वापस कर सकूं। तब मुझे एहसास हुआ कि अपने काम को एन्जॉय करने के लिए मैं क्या कर सकती हूं। मैं इस बात का बहुत सम्मान करती हूं कि ऐसे कई लोग हैं, जिन्होंने अवसर खोएं हैं। पर नहीं शुक्रिया मैं ये समझ गई हूं कि मेरा काम यह सुनिश्चित करना है कि मैं अपने काम में अपना सब कुछ, अपना बेस्ट दू। मैं अपनी उस बाहरी सुंदरता और टैलेंट के बारे में नहीं जानती, जिसकी आप बात करते हैं। मगर मैं इतना जानती हूं कि अपनी सभी फिल्मों के लिए मैंने कितनी मेहनत की है।'
फिल्म के लिए ऐसे जान्हवी कपूर बनी जया कुमारी
सिद्धार्थ सेनगुप्ता द्वारा निर्देशित और आनंद एल राय द्वारा निर्मित गुड लक जेरी के बारे में बात करते हुए जान्हवी बताती है कि फिल्म में सबसे जरूरी था उनका डिक्शन। फिल्म जया कुमारी उर्फ जेरी नाम की लड़की की कहानी है, जो बिहार की रहने वाली है। अपने डिक्शन पर काम करने की बात पर जान्हवी बताती है 'मैंने अपने उच्चारण और बोली के लिए ट्रेनिंग शुरू की, बिहारी में एक खास तरह की लय है जो बहुत मीठी है। एक बार अगर आपकी भाषा में ये लय आ गई फिर इससे बाहर निकलना बहुत मुश्किल होता है।
इस तरह का था जान्हवी का शूटिंग एक्सपीरियंस
फिल्म की शूटिंग के दौरान हुई दिलचस्प बातें याद करते हूए जान्हवी कहती है, 'फिल्म में मैं एक बिहार की लड़की का किरदार निभा रही थी। जो पंजाब में गुंडों की गैंग के बीच एक अकेली लड़की के रूप में मौजूद थी। टीम में भी अधिकांश लोग पुरुष ही थे जिन्होंने मुझे काफी सहज महसूस करवाने का प्रयास किया, लेकिन ये मजाकिया है क्योंकि पसीने से तर उन आदमियों का काम आपको डराना है। मुझे वैन में वापस जाने की अनुमति नहीं थी क्योंकि मेरे चरित्र में कभी ऐसे विशेषाधिकार नहीं थे। तब मुझे अचानक इस बात का एहसास हुआ कि हम एक्टर्स के पास कितने ऐशो आराम और विशेषाधिकार होते हैं, जबकि वही सेट पर लाइट दादा और दूसरे लोग पसीने बहा रहे होते हैं।
Times Now Navbharat पर पढ़ें Entertainment News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।